कृषि तकनीक से जुड़ी कंपनी 'ग्राम उन्नति' ने फसल सुरक्षा संबंधी दवाएं बनाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी Bayer के साथ एमओयू किया है. इसका मकसद लक्षित 6 जिलों के 1 लाख किसानों को मक्का की उपज बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना है. जिससे अन्य किसान भी मक्का की खेती को अपनाने के लिए आगे आएं. ग्राम उन्नति की ओर से बताया गया कि इस परियोजना के तहत लक्षित किसानों को मक्का की उपज का दायरा बढ़ाने के लिए तकनीकी मदद के साथ साथ अन्य प्रकार से भी सहायता दी जाएगी. फसल बोने से लेकर कटाई करने तक, किसानों को जरूरत के मुताबिक परामर्श भी दिया जाएगा.
एमओयू के प्रारूप के मुताबिक पश्चिमी यूपी के अमरोहा, बरेली, बुलंदशहर, मुरादाबाद, रामपुर और संभल जिलों में किसानों को मक्का की खेती को बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदद की जाएगी. दोनों पक्षों के बीच हुए एमओयू के तहत किसानों को इस फसल से संबंधित हर तरह का परामर्श समय से मिल सके, इस बात के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे.
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ग्राम उन्नति की ओर से बताया गया कि इस परियोजना के प्रायोगिक दौर में सफल पायलट प्रोजेक्ट उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में पहले ही पूरा किया जा चुका है. ग्राम उन्नति, किसानों को उनके कृषि उत्पादों में वैल्यू एडिशन कर बाजार श्रृंखला से जोड़ने में मदद करने से जुड़ी अग्रणी कंपनी है.
कंपनी की ओर से कहा गया कि मक्का की खेती से जुड़े पायलट प्रोजेक्ट में किसानों को पानी की बचत करते हुए बेहतर उपज प्राप्त करने के हुनर से लैस किया गया था. इससे कृषि उत्पादन लागत में कमी आने के फलस्वरूप किसानों की आय में इजाफा दर्ज किया गया.
ग्राम उन्नति के सीईओ अनीश जैन ने बताया कि बॉयर के साथ यूपी के जिन 6 जिलों में एमओयू के तहत काम किया जाना है, उनमें ग्राम उन्नति पहले से ही यूपी सरकार के साथ मिलकर गर्मी में बोई जाने वाली साठा धान से जुड़ी 20 हजार एकड़ जमीन पर अब मक्का की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. जैन ने कहा कि इस आधार पर उन्हें भरोसा है कि इन जिलों में एमओयू के तहत होने वाले काम के उत्साहजनक परिणाम मिलेंगे.
जैन ने कहा कि एमओयू के तहत जिन 6 जिलों के 1 लाख किसानों को मक्का की खेती को अपनाने हेतु चुना गया है, उनमें अधिकांश किसान कम जोत वाले लघु एवं सीमांत किसानों की श्रेणी के हैं. उन्होंने कहा कि इसका मकसद छोटी जोत के किसानों की जीवन की दिशा और दशा में सुधार लाते हुए खेती के पर्यावरण हितैषी तरीकों को बढ़ावा देना है.
उन्होंने कहा कि खाद्यान्न सुरक्षा के साथ साथ अन्य उत्पादों में मक्का की मांग लगातार बढ़ रही है. यूपी में मक्का के उत्पादन की अपार संभावनाओं को देखते हुए सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर किसानों को मक्का की खेती का दायरा बढ़ाने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बायर और ग्राम उन्नति की पहल से इलाके के अन्य किसानों को भी मक्का की खेती से जुड़ने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा.
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