देश के पहाड़ी राज्यों में सेब की कई किस्में उगाई जाती है.कश्मीर की सेब मिठास के मामले में सबसे ज्यादा मशहूर है.इसी वजह से कश्मीरी सेब की डिमांड पूरे साल सबसे ज्यादा रहती है.साल 2022 में कश्मीरी सेब का हाल ज्यादा अच्छा नहीं है.राजधानी लखनऊ में कश्मीरी सेब का दाम इस बार औंधे मुंह गिर गया है जिसके चलते कश्मीरी सेब व्यापारियों का मुनाफा प्रति पेटी ₹100 ही रह गया है.सीतापुर रोड पर स्थित नवीन फल मंडी में कश्मीर से सेब लेकर आए व्यापारी मोहम्मद अमीन भट्ट बताते हैं कि हर साल कश्मीर के सेब का अच्छा दाम मिलता था लेकिन इस बार मंडी में 500 से लेकर 650 प्रति पेटी का भाव है.एक पेटी के पीछे 450 रुपये उनकी लागत आती है.ऐसे में देखा जाए तो उनका मुनाफा काफी ज्यादा गिर चुका है .वही इस बार सबसे महंगे बाजार में अमरुद बिक रहे हैं .अमरूद का सामान्य भाव ₹40 किलो से लेकर ₹100 किलो तक है .बाजार में थाई अमरुद ₹100 किलो तक बिक रहा है.
कश्मीर का सेब अपनी मिठास के लिए पूरे दुनिया में मशहूर माना जाता है.कश्मीर का सेब अपनी मिठास के चलते ही सबसे ज्यादा बाजार में पसंद किया जाता है .लेकिन इस बार सेब के ज्यादा उत्पादन के चलते कश्मीरी सेब के दामों में काफी ज्यादा गिरावट हुई है.इसका सबसे ज्यादा बुरा असर कश्मीरी सेब उत्पादक पर पड़ा है.लखनऊ के फल मंडी में सेब बेचने आए व्यापारी मोहम्मद अमीन भट्ट बताते हैं कि इस बार सेब के हालात ज्यादा खराब है .कश्मीर में से पैदा करने वाले किसानों को ₹10 प्रति किलो का भाव भी नहीं मिला है.उनके लिए यह खेती घाटे का सौदा साबित हुई है.
लखनऊ के बाजारों में सबसे सस्ता अमरूद का भाव ₹40 प्रति किलो है जबकि सेब का भाव ₹30 प्रति किलो तक जा पहुंचा है .लखनऊ के अलग-अलग बाजारों में अमरूद का भाव अलग-अलग है .वही थाई अमरूद बाजार में ₹100 किलो से ज्यादा रेट पर बिक रहा है.जबकि कश्मीरी सेब का हाल ज्यादा खराब है .बाजार में पिछले 15 दिनों से सेव ₹30 से लेकर ₹50 प्रति किलो तक बिक रहा है.कश्मीरी सेब व्यापारी मोहम्मद अमीन भट्ट बताते हैं कि एक पेटी के पीछे उन्हें ₹100 बच पाना मुश्किल हो रहा है. ₹450 से लेकर ₹500 प्रति पेटी उनकी लागत आ रही है.ऐसे में इस बार सेब का व्यापार उनके लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today