हरियाणा के यमुनानगर जिले में गेहूं की कटाई धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही है. शनिवार को जिले की सभी अनाज मंडियों में 16,852 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई. हालांकि, 20 अप्रैल तक जिले की अनाज मंडियों में कुल 1,30,832 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है. ऐसे में कहा जा रहा है कि गेहूं कटाई में तेजी आने से मंडियों में फसल की आवक भी बढ़ेगी. वहीं खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के संयुक्त निदेशक भारत भूषण कौशिक ने शनिवार को जगाधरी अनाज मंडी में निरीक्षण किया. उन्होंने अनाज मंडी में किसानों और मजदूरों से बातचीत कर उनकी समस्याएं जानीं.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले दिनों में आवक बढ़ने की संभावना है, क्योंकि देर से बोई गई गेहूं सहित अधिकांश फसल लगभग पक चुकी है और कटाई के लिए तैयार है. गेहूं और अन्य फसलों की खरीद के लिए यमुनानगर जिले में कुल 13 अनाज मंडियां हैं. जानकारी के मुताबिक, जिले की सरस्वती नगर अनाज मंडी में 20 अप्रैल तक 24,880 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई. इस जिले में अब तक की सबसे ज्यादा फसल खरीद है.
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इसी तरह रादौर अनाज मंडी में, सरकारी एजेंसियों ने 21,580 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है. इसके बाद जगाधरी अनाज मंडी में 19,324 मीट्रिक टन, बिलासपुर अनाज मंडी में 17,978 मीट्रिक टन, प्रताप नगर अनाज मंडी में 12,242 मीट्रिक टन, और छछरौली अनाज मंडी में 9,703 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है. वहीं, साढौरा अनाज मंडी में 7,365 मीट्रिक टन, रणजीतपुर अनाज मंडी में 5,427 मीट्रिक टन, रसूलपुर अनाज मंडी में 4,246 मीट्रिक टन, गुमथला राव अनाज मंडी में 3,627 मीट्रिक टन, जठलाना अनाज मंडी में 2,307 मीट्रिक टन, खारवन अनाज मंडी में 2,036 मीट्रिक टन और यमुनानगर अनाज मंडी में 117 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है.
किसान सुभाष चंद ने कहा कि लगभग सभी अगेती और देर से आने वाली गेहूं की फसल कटाई के लिए तैयार है. अब, किसान पूरी तरह से हाथ से कटाई पर निर्भर नहीं हैं. हार्वेस्टर कंबाइन मशीनें प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि गेहूं की कटाई 15 दिनों में समाप्त होने की उम्मीद है. वहीं, भारत भूषण कौशिक ने कहा कि अनाज मंडी से गेहूं की फसल की खरीद और उठान का जायजा लेने के लिए आढ़तियों और खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के अधिकारियों से भी बात की है.
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