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मंडियों में गेहूं की नई आवक को रखने के लिए नहीं है जगह, अभी तक 14 फीसदी ही खरीद का हुआ उठान

मंडियों में गेहूं की नई आवक को रखने के लिए नहीं है जगह, अभी तक 14 फीसदी ही खरीद का हुआ उठान

पलवल जिले में भी लगभग कुछ ऐसी ही स्थिति है. यहां पर मंडियों में 33 प्रतिशत तक खरीदे गए उपज का उठान हो चुका है. जिले में कुल खरीद तीन लाख क्विंटल है. अब तक केवल एक लाख क्विंटल ही उठाया जा सका है. आढ़ती एसोसिएशन, पलवल के अध्यक्ष गौरव तेवतिया का दावा है कि एजेंसियों या ठेकेदारों को उठाने के ठेके जारी करने में देरी काम में मुख्य बाधा रही है.

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मंडियों से नहीं हो रहा गेहूं का उठान. (सांकेतिक फोटो) मंडियों से नहीं हो रहा गेहूं का उठान. (सांकेतिक फोटो)

हरियाणा के फरीदाबाद जिले की मंडियों में गेहूं खरीद ने रफ्तार पकड़ ली है. लेकिन खरीदे गए गेहूं के धीमी उठान के कारण जिले की लगभग सभी मंडियों में नई आवक को रखने के लिए जगह तक नहीं बची है. जिले की सबसे बड़ी अनाज मंडी मोहना की स्थिति तो और खराब है. यहां पर अब तक कुल खरीदे गए गेहूं का महज 14.4 फीसदी ही उठान हुआ है. इससे अधिकारियों की परेशानी बढ़ गई है. वहीं, किसानों को अपनी उपच बेचने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ मंडी के बाहर सड़कों पर इंतजार करना पड़ रहा है.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, मोहना में खरीदे गए कुल 5.2 लाख क्विंटल गेहूं में से अब तक केवल 75,000 क्विंटल ही उठाया गया है. इसके चलते किसानों और कमीशन एजेंटों दोनों के लिए समस्याएं पैदा हो गई हैं. किसान सुनील बिस्ला ने कहा कि जिले की एक प्रमुख मंडी के रूप में जानी जाने वाली मोहना मंडी जगह की कमी का सामना कर रही है. उन्होंने कहा कि मंडी में ताजा गेहूं की आवक के लिए कोई जगह नहीं बची है, क्योंकि खरीदी गई गेहूं की बोरियों से मंडी का पूरा परिसर पटा हुआ है.

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क्या कहते हैं किसान

एक अन्य किसान राकेश कहते हैं कि हालांकि लगभग 90 प्रतिशत रबी फसलें बाजार में आ चुकी हैं. लेकिन खराब उठाव के चलते मंडी आने वाले किसानों का अनाज खुले में पड़ा हुआ है. ऐसे में संभावित बारिश से खुले में रखी गेहूं की बोरियों के लिए खतरा पैदा हो रहा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्य सचिव और जिला प्रशासन द्वारा संबंधित एजेंसियों को दिए गए निर्देशों के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ है. उनका दावा है कि ज्यादातर गेहूं या बोरियां बारिश से बचाने के पर्याप्त इंतजाम के बिना खुले में पड़ी हैं.

17000 क्विंटल गेहूं का हुआ उठान

सूत्रों के अनुसार, जिले के एक अन्य महत्वपूर्ण खरीद केंद्र बल्लभगढ़ अनाज मंडी में भी ऐसी ही स्थिति बनी हुई है, जहां शनिवार तक की गई 1.7 लाख क्विंटल की कुल खरीद के मुकाबले केवल 35,000 बैग या 17,000 क्विंटल गेहूं उठाया गया है. बल्लभगढ़ मार्केट कमेटी के सचिव इंद्रपाल सिंह ने कहा कि खरीदे गए अनाजों का केवल 20.58 प्रतिशत ही उठान हो पाया है या गोदामों में ले जाया गया है. डीएफएससी (जिला खाद्य एवं आपूर्ति निगम) और हरियाणा राज्य भंडारण निगम (एचएसडब्ल्यूसी) जैसी एजेंसियों को लिफ्टिंग प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया गया है. मार्केट कमेटी, मोहना के सचिव ऋषि कुमार ने कहा कि लिफ्टिंग में तेजी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जो कि अपर्याप्त श्रमिकों और काम में लगे वाहनों के कारण धीमी है.

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