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आंधी और बारिश से फसलों को भारी नुकसान, ध्वस्त हो गए केले के 10 हजार पेड़, सर्वे का काम शुरू

आंधी और बारिश से फसलों को भारी नुकसान, ध्वस्त हो गए केले के 10 हजार पेड़, सर्वे का काम शुरू

इरोड जिले के बागवानी और वृक्षारोपण फसलों के एक अधिकारी ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि थलावाड़ी ब्लॉक में लगभग 10,000 केले के पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए हैं. क्षतिग्रस्त पेड़ों का औपचारिक सर्वे रविवार को शुरू हुआ. सोमवार शाम तक सर्वे का काम पूरा हो जाएगा.

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बारिश-आंधी से केले की फसलों को पहुंचा नुकसान. (सांकेतिक फोटो) बारिश-आंधी से केले की फसलों को पहुंचा नुकसान. (सांकेतिक फोटो)

तमिलनाडु के इरोड जिले में आंधी और बारिश ने भारी तबाही मचाई है. कहा जा रहा है कि तेज हवा बहने से केले के हजारों पेड़  क्षतिग्रस्त हो गए हैं. ऐसे में किसानों को भारी नुकसान हुआ है. वहीं, किसानों की मांग पर सरकार ने फसल नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया है. अधिकारियों का कहना है कि सर्वे रिपोर्ट आने के बाद किसानों को मुआवजा दिया जाएगा. किसानों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इरोड जिले के थलवाड़ी और आसपास के पहाड़ी गांवों में आंधी और भारी बारिश से केले के बागान को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. किसानों ने दावा किया है कि लगभग 10,000 केले के पेड़ आंधी और बारिश से क्षतिग्रस्त हुए हैं.खास बात यह है कि इरोड जिले में पिछले एक महीने से भीषण गर्मी पड़ रही है. दरअसल, 19 अप्रैल को मतदान के दिन जिले का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. चिलचिलाती गर्मी से राहत मिली है. थलावाड़ी और आसपास के पहाड़ी गांवों में शुक्रवार से बारिश हो रही है. हालांकि, बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि बारिश के साथ आई आंधी से केले के पेड़ों को नुकसान हुआ है.

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किसानों ने की मुआवजे की मांग

किसानों के अनुसार, शनिवार शाम को पनाहल्ली, थलवाड़ी और कुछ अन्य गांवों में लगभग 10,000 केले के पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए. पनाहल्ली के एक प्रभावित किसान कुमार (बदला हुआ नाम) ने कहा कि शनिवार शाम को इलाके में लगभग एक घंटे तक आंधी और भारी बारिश हुई, जिससे कई केले के पेड़ गिर गए. मेरी ज़मीन पर फसल के लिए तैयार 1,500 से अधिक केले के पेड़ जमीन पर गिर गए. ऐसे में राज्य सरकार को उचित मुआवजा देना चाहिए.

10,000 केले के पेड़ हुए क्षतिग्रस्त

इरोड जिले के बागवानी और वृक्षारोपण फसलों के एक अधिकारी ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि थलावाड़ी ब्लॉक में लगभग 10,000 केले के पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए हैं. क्षतिग्रस्त पेड़ों का औपचारिक सर्वे रविवार को शुरू हुआ. सोमवार शाम तक सर्वे का काम पूरा हो जाएगा. इसमें राजस्व एवं उद्यान विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से शामिल हैं. उन्होंने कहा कि आमतौर पर मानसून के दौरान प्रभावित होने वाले केले के पेड़ों के लिए राज्य सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाता है. अब, आंधी से केले के पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए हैं. हमारी रिपोर्ट कलेक्टर के माध्यम से शासन को भेजी जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार उचित कार्रवाई करेगी.

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खड़ी फसलें हो गईं नष्ट

वहीं, बीते दिनों खबर सामने आई था कि विजयपुरा जिले के कुछ गांवों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई, जिससे खड़ी फसलें नष्ट हो गईं और मवेशियों की जान चली गई. बारिश ने किसान मुरुगेप्पा चौगला के एक एकड़ से अधिक भूमि में लगे लगभग 100 केले के पौधे नष्ट कर दिए थे.