तमिलनाडु में धान की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है. उन्हें अब धान के बीज खरीदने पर सब्सिडी मिलेगी. कृषि मंत्री एमआरके पन्नीरसेल्वम ने शनिवार को घोषणा की कि प्रदेश में धान की बंपर उपज देने वाली किस्मों को बढ़ावा दिया जाएगा. इसकी खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को बीज खरीद पर 50 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी. खास बात यह है कि सरकार इसके लिए किसानों को सब्सिडी पर कुल 2,000 टन प्रमाणित बीज उपलब्ध कराएगी.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीज खरीद के लिए 8.6 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे. मंत्री ने अपने विभाग के लिए अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए यह घोषणा की है. पन्नीरसेल्वम ने यह भी घोषणा की कि किसानों को कृषि उपज के निर्यात प्रक्रियाओं को आसानी से समझने में मदद करने के लिए सभी जिलों में एक निर्यात परामर्श प्रकोष्ठ स्थापित किया जाएगा. तमिलनाडु में सफेद बटन मशरूम, दूधिया मशरूम और ऑयस्टर मशरूम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य मशरूम की खेती को कृषि गतिविधि के रूप में अधिसूचित किया जाएगा.
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पिछले तीन वर्षों में सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए पन्नीरसेल्वम ने कहा कि 27,000 करोड़ रुपये की 371 घोषणाएं की गईं और उनसे 2.59 करोड़ किसानों को लाभ हुआ. सरकार ने 23.8 लाख मुफ्त बिजली कनेक्शन सुनिश्चित करने के लिए 19,761 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान की है. 18 जिलों को कवर करते हुए 30 करोड़ रुपये के परिव्यय पर मक्का के क्षेत्र और उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक विशेष योजना बनाई गई है. पन्नीरसेल्वम ने कहा कि आपूर्ति बढ़ाकर गर्मियों के दौरान सब्जियों की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कई जिलों में शेडनेट के तहत बैंगन, टमाटर, शिमला मिर्च, साग आदि सहित सब्जियों की खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा.
वहीं, बीते दिनों खबर सामने आई थी कि कृषि मंत्री एमआरके पन्नीरसेल्वम ने 12 जून को परंपरा के अनुसार सिंचाई के लिए इस साल मेट्टूर बांध नहीं खोले जाने पर चिंता जताते हुए डेल्टा क्षेत्र के किसानों के हितों की रक्षा के लिए 78.67 करोड़ रुपये की लागत से कुरुवई पैकेज की घोषणा की. यहां एक बयान में उन्होंने कहा कि मानसून में देरी और कम भंडारण के कारण मेट्टूर बांध नहीं खोला जा सका.
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