हमारे देश में बहुत से ऐसे किसान हैं जो दशकों से खेती करते आ रहे हैं लेकिन आज भी वो अपनी आर्थिक आय से जूझ रहे हैं. किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए मॉर्डन फार्मिंग की ओर बढ़ना होगा जिससे वे अच्छी कमाई कर सकें. इस खबर में किसानों को तगड़ी कमाई के लिए फूलों की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं. पिछले कुछ सालों से देश में फूलों की खेती करके कई किसान अच्छी कमाई कर रहे हैं.
अनाज या सब्जियों की खेती करने वाले किसानों के सामने कई तरह की चुनौतियां होती हैं जिसके बेमौसम बारिश सबसे बड़ा चैलेंज है. फूलों की खेती को बेमौसम बारिश उतना अधिक प्रभावित नहीं कर पाती हैं. अगर आपने फूलों की खेती का मन बना लिया है तो गुलाब, रजनीगंधा और गेंदे की खेती कीजिए.
फूलों की खेती के लिए अगस्त-अक्तूबर के बीच का महीना अच्छा माना जाता है. अच्छी तरह से तैयार करने के लिए पॉलीहाउस में खेती करना अच्छा माना जाता है. पौधे लगाने के लिए नर्सरी से पौध लाएं और क्यारियों में 8-8 इंच की दूरी पर रोपें. ड्रिप इरिगेशन तकनीक से हफ्ते में कम से कम चार बार सिंचाई करें. 1 महीने के बाद ऑर्गेनिक खाद देने से पौधों को अच्छा पोषण मिलेगा जिससे फूलों के साइज बड़े होंगे.
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आप सब जानते हैं कि हर धार्मिक कार्य में पूजा के दौरान फूलों का उपयोग होता है. भगवान को चढ़ाने से लेकर सजावटी के लिए फूलों का उपयोग किया जाता है. बीते कुछ सालों से लोग नकली फूलों की बजाय असली पत्तों और फूलों से सजावट करते हैं. इसके अलावा गुलाब और रजनीगंधा के फूलों से इत्र, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट और कई तरह के मेडिकल प्रोडक्ट बनाए जाते हैं. कुछ प्राइवेट कंपनियां हैं जो किसानों से संपर्क करके कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करवाती हैं. इसलिए फूलों की डिमांड और कीमत खूब है.
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