कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कहा कि देश में खरीफ धान का उत्पादन पिछले साल के स्तर को पार कर जाएगा. उन्होंने कहा कि हालांकि, इस बार भारी बारिश से फसलों को नुकसान भी पहुंचा है. लेकिन इसके बावजूद भी अधिक पैदावार की उम्मीद है. उनके मुताबिक, इस बार अच्छी बारिश की बदौलत चावल की बुवाई बहुत अच्छी हुई है. जबकि, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ इलाकों में भारी बारिश से धान की फसल को नुकसान भी हुआ है. लेकिन इससे उत्पादन में कोई कमी नहीं आएगी. कुल मिलाकर चावल का उत्पादन पिछले साल से बेहतर होगा.
केंद्रीय मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि नवंबर के आसपास काटी जाने वाली खरीफ धान की फसल भारत के कुल चावल उत्पादन का लगभग 70 फीसदी है. सरकार के तीसरे अनुमान के अनुसार, 2023-24 फसल वर्ष (जुलाई-जून) में खरीफ चावल का उत्पादन 114.36 मिलियन टन रहा. मंत्री ने बताया कि पिछले सप्ताह तक कुल चावल का रकबा 1.64 मिलियन हेक्टेयर बढ़कर 41 मिलियन हेक्टेयर हो गया है.
ये भी पढ़ें- भीषण सर्दी में बकरियों को हो सकती है ये गंभीर बीमारी, मौत का भी रहता है खतरा, बचाव के लिए लगवाएं टीके
चौहान ने सोयाबीन जैसी तिलहन फसलों को कुछ नुकसान होने के बावजूद खरीफ फसल के समग्र उत्पादन के बारे में आशा व्यक्त की. उन्होंने पिछले वर्ष की तुलना में दलहन, मोटे अनाज और तिलहन के लिए बेहतर बुवाई क्षेत्र का उल्लेख किया, साथ ही बेहतर फसल किस्मों के उपयोग के कारण उत्पादकता में वृद्धि की उम्मीद है.
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए, चौहान ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद सुनिश्चित करके कृषि उत्पादन और किसानों की आय दोनों को बढ़ाने की सरकार की रणनीति पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि केंद्र ने 485 लाख टन खरीफ चावल खरीद का लक्ष्य रखा है. साथ ही इस बार बाजरा पर भी सरकार का ध्यान केंद्रित है.
ये भी पढ़ें- इस बार 3100 रुपये क्विंटल होगी धान की खरीद, बिचौलियों को रोकने के लिए 'ई-वाहन ऐप' का होगा इस्तेमाल
वहीं, कल शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि सरकार का उद्देश्य किसानों और कृषि क्षेत्र का विकास करना है. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की 100 दिन की उपलब्धियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि 65 फसलों की 109 प्रजातियों के नए बीज पीएम मोदी ने किसानों को समर्पित किए थे. उन्होंने कहा कि रबी सीजन के लिए किसानों को समय पर उन्नत बीज उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकारों से रिपोर्ट मांगी गई है. किसानों तक बीज पहुंचाने के लिए कृषि समेत शैक्षिक संस्थानों को भी लगाया गया है. किसानों की उपज खरीद के लिए एमएसपी दी जाएगी.
बजिक, किसानों की आय दोगुनी करने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए कोशिश जारी है और सर्वे किए जा रहे हैं. शुरुआती आंकड़ों में कई किसानों की आय डबल से भी ज्यादा हो गई है. कृषि मंत्री ने कहा कि आधुनिक कृषि चौपाल अक्टूबर से शुरू होगी और वह हर मंगलवार किसानों, किसान संगठनों से सीधा संवाद करेंगे. इसके अलावा किसानों की समस्याएं दूर करने के लिए कॉल सेंटर की स्थापना की जाएगी.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today