परंपरागत खेती में लगातार कम होते मुनाफे की वजह से किसान अब नई तरह की फसलों और बागवानी की तरफ रुख कर रहे हैं. दरअसल, पेड़ों की बागवानी में किसानों को साल-दर-साल फसल पर निर्भर नहीं रहना पड़ता, बल्कि एक बार लगाए गए पेड़ आने वाले वर्षों में लाखों की कमाई करा सकते हैं.वहीं, खास बात यह है कि अगस्त के महीने में जब बारिश अच्छी होती है, तब ये पेड़ आसानी से लग जाते हैं और तेजी से बढ़ते भी हैं. ऐसे में अगर आप भी बागवानी करनी की सोच रहे हैं तो इस बरसात इन तीन पेड़ों की खेती जरूर करें.
पॉपुलर पेड़ खासकर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों में बेहद लोकप्रिय है. इसका कारण है इसकी बहुत अधिक उपयोगिता और सीमित समय में मिलने वाला रिटर्न. यह पेड़ 6 से 7 साल में पूरी तरह तैयार हो जाता है. एक एकड़ जमीन में किसान 200 से 300 पेड़ तक लगा सकते हैं. ऐसे में हर पेड़ से लगभग 2,000 से 3,000 रुपये की कमाई हो सकती है. यानी कुल मिलाकर एक एकड़ से 7 से 8 लाख रुपये तक की आमदनी संभव है. इसकी लकड़ी का इस्तेमाल प्लाईवुड, माचिस की तीलियों, पैकिंग बॉक्स और हल्के फर्नीचर बनाने में होता है.
मालाबार नीम, जिसे मेलिया दुबिया भी कहा जाता है, बहुत तेजी से बढ़ने वाला पेड़ है. इस पेड़ की सबसे खास बात ये है कि यह सिर्फ 6 से 8 साल में पूरी तरह कटाई के लिए तैयार हो जाता है. अगर इसे व्यवस्थित ढंग से एक एकड़ ज़मीन पर लगाया जाए, तो प्रति एकड़ किसानों को 15 से 20 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है. इस पेड़ की लकड़ी की भारी डिमांड कागज उद्योग, प्लाईवुड और फर्नीचर सेक्टर में होती है. इसकी लकड़ी हल्की तो होती है, लेकिन टिकाऊ भी. खासकर जो किसान कम लागत में जल्दी और अधिक रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए यह पेड़ एक बेहतरीन विकल्प है.
महोगनी पेड़ अपनी शानदार लकड़ी के लिए दुनियाभर में लोकप्रिय है. इसकी लकड़ी से तैयार फर्नीचर और इंटीरियर डेकोरेशन की बाजार में भारी मांग होती है, खासकर इंटरनेशनल मार्केट में. महोगनी की कटाई में भले ही 10 से 12 साल लगते हैं, लेकिन जब यह पेड़ तैयार होता है, तो एक पेड़ से 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक की कमाई होती है. हालांकि इस पेड़ की खेती में थोड़ी देखरेख और धैर्य की जरूरत होती है, लेकिन जो लोग लॉन्ग टर्म निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए इस पेड़ की खेती कमाई का बेहतर जरिया है.
अगस्त में मॉनसून सक्रिय रहता है, जिससे पौधों की पकड़ मिट्टी में अच्छी बनती है. यही वजह है कि ये समय पेड़ों की खेती के लिए सबसे बेहतर माना जाता है. पेड़ों खेती करने के लिए सबसे पहले खेत की गहरी जुताई करने के बाद पाटा लगाकर खेत को समतल कर लें. फिर उसमें 5 से 7 फुट की दूरी पर गड्ढे तैयार कर लें. ध्यान दें कि लाइन से लाइन की दूरी 4 मीटर होनी चाहिए. अब इन गड्ढों में गोबर और रासायनिक खाद को मिट्टी में मिलाकर भर दें. फिर अच्छी तरह से सिंचाई कर दें. कुछ समय बाद इन गड्ढों में पौधों की रोपाई कर दें.कुछ सालों बाद जब पेड़ तैयार हो जाए तो काट के कमाई कर लें.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today