नक्कालों के झांसे में न आएं, इस आसान विधि से करें असली शरबती गेहूं की पहचान

नक्कालों के झांसे में न आएं, इस आसान विधि से करें असली शरबती गेहूं की पहचान

अगर शरबती किस्म की क्वालिटी के बारे में बात करें तो शरबती गेहूं स्वाद में मीठा होता है. ऐसे यह गेहूं ट्रिटिकम एस्थिवम परिवार का है. वर्षा जल सिंचित से होने के नाते, शरबती गेहूं के लिए मिट्टी में उच्च पोटाश मात्रा और निम्न आर्द्रता होती है. इसके गेहूं में प्रोटीन की मात्रा अन्य गेहूं की तुलना में लगभग 2 फीसदी अधिक होती है.

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नक्कालों के झांसे में न आएं, इस आसान विधि से करें असली शरबती गेहूं की पहचानशरबती गेहूं की पहचान कैसे करें. (सांकेतिक फोटो)

जब भी गेहूं की किस्म की बात होती है, तो सबसे पहले 'शरबती' का नाम उभर कर लोगों के जेहन में सामने आता है. कहा जाता है कि शरबती गेहूं की सबसे बेहतरीन किस्म है. इसके आटे में प्रोटीन की मात्रा सामान्य गेहूं की तुलना में अधिक होता है. शरबती मध्य प्रदेश की एक क्षेत्रीय किस्म है. इसकी खेती अशोकनगर और कुछ अन्य जिलों में की जाती है, लेकिन अपनी खासियत की वजह से यह किस्म पूरे देश में प्रसिद्ध है. यही वजह है कि अन्य किस्मों के मुकाबले शरबती किस्म की कीमत भी अधिक होती है.

अगर शरबती किस्म की क्वालिटी के बारे में बात करें तो शरबती गेहूं स्वाद में मीठा होता है. इस गेहूं का आटा ट्रिटिकम एस्थिवम परिवार का है. वर्षा जल सिंचित से होने के नाते, शरबती गेहूं के लिए मिट्टी में उच्च पोटाश मात्रा और निम्न आर्द्रता होती है. इसके गेहूं में प्रोटीन की मात्रा अन्य गेहूं की तुलना में लगभग 2 फीसदी अधिक होती है. सबसे बड़ी बात यह है कि शरबती गेहूं की फसल में कीटनाशकों के इस्तेमाल पर रोक लगा हुआ है, ताकि इसकी क्वालिटी मेंटेन रहे. खास बात यह है कि शरबती गेहूं की पहचान करना भी मुश्किल है. सभी लोग इसकी पहचान नहीं कर सकते हैं. लेकिन इसके कुछ ऐसे गुण हैं, जिससे आप इसको पहचान सकते हैं.

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कैसे करें शरबती गेहूं की पहचान

शरबती गेहूं, गेहूं की एक प्रीमियम किस्म है. इसकी सबसे अधिक खेती सीहोर क्षेत्र में की जाती है. यहां की काली और जलोढ़ मिट्टी शरबती गेहूं के लिए वरदान के समान है. यही वजह है कि यहां पर इसकी अच्छी पैदावार होती है. ऐसे शरबती गेहूं को दाना सुनहरे रंग का और गोल होता है. इसलिए इसे द गोल्डन ग्रेन भी कहा जाता है. साथ ही इसके दाने में चमक भी होती है. यह चमक रासायनिक पोटास गुण के कारण इसमें होती है. हथेली पर रखने पर शरबती गेहूं बहुत भारी लगता है और इसकी रोटी मिट्ठी होती है. इसके चलते इसका नाम शरबती रखा गया. इसमें ग्लूकोज और सुक्रोज जैसे सरल शर्करा की क्वांटिटी भी अधिक होती है.

कहां की जाती है इसकी खेती?

शरबती गेहूं मध्य प्रदेश की किस्म है, जो पूरे देश में फेमस है. इसकी खेती सीहोर के साथ-साथ नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, अशोकनगर, भोपाल और मालवा क्षेत्र के जिलों में भी की जाती है. आंकड़ों के मुताबिक, सीहोर जिले में 40390 हेक्टेयर क्षेत्र में शरबती गेहूं की खेती की जाती है. सीहोर जिला मुख्य रूप से शरबती गेहूं के उत्पादन के लिए जाना जाता है.  शरबती गेहूं की खरीद के लिए तमिलनाडु, गुजरात, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से कई कंपनियां सीजन के दौरान सीहोर आती हैं और शरबती गेहूं खुद खरीदती हैं.

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