जम्मू और कश्मीर में अभी हाल में बारिश और बर्फबारी हुई. इससे सबसे अधिक खुश किसान हैं. किसानों का कहना है कि हालिया बारिश और बर्फबारी से उनकी फसलों को जीवनदान मिला है. बागवानी के साथ अनाज फसलों को भी बहुत फायदा हुआ है. उधमपुर में एक किसान ने बताया कि उनकी गेहूं और स्ट्रॉबेरी की फसल बारिश के बिना सूख रही थी. सिंचाई के जरिये इन फसलों को जिंदा रखना मुमकिन नहीं था. मगर दो दिन पहले हुई बारिश ने फसलों को फिर से जिंदा कर दिया. इससे किसानों का खर्च बचा है और फसलों की जिंदगी आबाद हुई है.
उधमपुर जिले के मुख्य बागवानी अधिकारी बृज वल्लभ गुप्ता ने बारिश और उससे फसलों को हुए फायदे के बारे में बताया. गुप्ता ने कहा, हमने जिले में लगभग 5000 हेक्टेयर में स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए सब्सिडी बांटी है जिसमें हम 13000 रुपये प्रति कनाल सब्सिडी देते हैं. किसानों को 50 परसेंट सब्सिडी दी जाती है. किसान प्रति कनाल 26,000 रुपये खर्च करता है जिसमें 50 परसेंट यानी 13,000 रुपये सरकार देती है.
मुख्य बागवानी अधिकारी गुप्ता ने कहा, उधमपुर जिले के हर किसान को डीबीटी के जरिये सब्सिडी दी जा रही है. इस बार बारिश का मुद्दा हर किसान के साथ रहा. लगभग पिछले साल सितंबर अंत में कुछ बारिश हुई थी. उसके साढ़े चार महीने बाद फिर बारिश हुई है. अभी अच्छी बारिश पर्याप्त मात्रा में हुई है. इससे हरेक फसल को जिसमें स्ट्रॉबेरी भी शामिल है, फायदा होगा.
बृज वल्लभ गुप्ता ने कहा, स्ट्रॉबेरी ऐसी फसल है जिसे हर स्टेज में पानी की जरूरत होती है. किसानों को पास पानी के कुछ सोर्स हैं, लेकिन इस बार उसमें तेजी से गिरावट आ रही थी. बारिश होने से किसानों को राहत मिली है. बारिश होने से पानी के स्रोत रिचार्ज हो गए हैं. आने वाले सीजन में किसानों को स्ट्रॉबेरी की बंपर उपज मिलेगी. उधमपुर जिला के किसान स्ट्रॉबेरी से प्रति कनाल 60-70 रुपये कमा रहे हैं. अगले हफ्ते भी बारिश होने की संभावना है.
उधमपुर में स्ट्रॉबेरी उगाने वाले किसान रशपाल सिंह ने कहा, मैं 7 साल से स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहा हूं. अब तक अच्छी फसल निकलती रही है. इस साल थोड़ा सूखा पड़ गया. सूखे की वजह से सभी किसानों को परेशानी हुई है. गेहूं और स्ट्रॉबेरी की फसल प्रभावित हुई है. अभी तीन-चार दिन पहले बारिश हुई जिससे बहुत राहत मिली है. उम्मीद करता हूं कि आगे भी अच्छी बारिश हो तो हमारी फसल अच्छी निकल जाएगी.
किसान रशपाल सिंह ने कहा, हर साल फसल अच्छी निकलती है. सरकार भी हर साल समय से सब्सिडी देती है. हमें 13 हजार रुपये प्रति कनाल सब्सिडी मिलती है. 26 हजार रुपये दो कनाल की सब्सिडी मिलती है. हर साल 6 हजार स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाता हूं. इस साल सूखे से 400-500 पेड़ खराब हो गया है. गेहूं की फसल है, वो भी खराब हो गई थी. अभी थोड़ी बारिश हुई है तो फसलों में जान आ गई है. उम्मीद करता हूं कि सरकार हमें थोड़ी सब्सिडी और मुआवजा दे दे. बारिश से पहले बहुत बुरा हालात था. जानवरों को भी घास नहीं मिल रहा था. बारिश होने से थोड़ी उम्मीद बढ़ गई है.
बारिश नहीं होने से स्ट्रॉबेरी के फल आने में लगभग 20 दिन की देरी हो गई है. किसान रशपाल सिंह ने बताया कि हर साल लगभग 10-12 फरवरी को वे स्ट्रॉबेरी लेकर मंडी जाते थे. अभी भी फल पूरी तरह से तैयार नहीं है और 10 दिन लगेंगे. इस तरह इस साल सूखे की वजह से फल निकलने में एक महीने की देरी हो गई है. बारिश होने से थोड़ी उम्मीद बढ़ गई है कि फसल अच्छी निकल जाएगी. 70 परसेंट तक फल निकल जाएंगे.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today