पंजाब के पटियाला जिले की 11 अनाज मंडियों में कुल 981 मीट्रिक टन (एमटी) गेहूं की आवक हो चुकी है. आढ़ती एसोसिएशन, पटियाला के अध्यक्ष पवन कुमार सिंगला ने कहा कि खरीद एजेंसियां गेहूं खरीदने से झिझक रही हैं, क्योंकि इसमें नमी की मात्रा अधिक है. जिला मंडी अधिकारी अजयपाल सिंह बराड़ ने कहा कि अप्रैल के पहले सप्ताह में काटी गई गेहूं की फसल में उच्च स्तर की नमी पाई गई है. बराड़ ने कहा कि किसानों को समय पर भुगतान जारी करने के प्रयास जारी हैं.
वहीं, लुधियाना की अनाज मंडियों में आज कुल 73 मीट्रिक टन (एमटी) गेहूं की आवक हुई. इसके साथ ही जिले में अब तक 115 मीट्रिक टन की आवक हो चुकी है. हालांकि खरीद सीजन 1 अप्रैल को शुरू हुआ, लेकिन फसल 9 अप्रैल को मंडियों में पहुंची. जिला मंडी अधिकारी गुरमतपाल सिंह ने बताया कि 18 अप्रैल के बाद गेहूं की आवक में तेजी आएगी. बारिश और गेहूं की देर से बुआई के कारण कटाई में देरी हुई है. किसान अनाज पकने का इंतजार कर रहे हैं.
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लालटन गांव के दलबीर सिंह ने कहा कि 2022 में, गर्मी की लहर ने गेहूं के दाने को मुरझा दिया, जिससे उपज में गिरावट आई. इस साल बारिश ने खलल डाला. हम फसल के पूरी तरह पकने का इंतजार कर रहे हैं. पीएयू के विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. एमएस भुल्लर ने कहा कि गेहूं की फसल के लिए जलवायु परिस्थितियां अनुकूल हैं. इससे उपज बढ़ाने में मदद मिलेगी लेकिन किसानों को पूर्वानुमान पर नजर रखनी चाहिए.
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि पंजाब में गेहूं कटाई शुरू होने में अभी और वक्त लगेगा. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि रात के कम तापमान के कारण प्रदेश में गेहूं की कटाई में अभी 7 से 10 दिन की देरी हो सकती है. बठिंडा में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के कृषि मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 1 अप्रैल से अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जबकि औसत न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा है.
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राज्य के कृषि निदेशक जसवंत सिंह ने कहा कि इस सप्ताह के अंत तक बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है. इससे फसल को नुकसान पहुंच सकता है. उन्होंने कहा कि बाजार का शुरुआती रुझान से पता चलता है कि इस बार गेहूं की आवक पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 98 फीसदी धीमी रही. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पंजाब भर में कई स्थानों पर 13-15 अप्रैल तक हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है. संभावित खराब मौसम को लेकर किसानों को सचेत किया जा रहा है. गेहूं परिपक्वता के अंतिम चरण में है और अगले कुछ दिनों में बारिश और तूफान के पूर्वानुमान को देखते हुए हम सतर्क हैं.
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