अब किसान अपने आप ही घर बैठे अपनी फसल का इंस्पेक्शन यानी निरीक्षण करेंगे. यह सुविधा राजस्थान सरकार की तरफ से शुरू की गई है जिसके बाद किसान इस तरफ आत्मनिर्भर हो सकेंगे. सिर्फ इतना ही फसलों की निगरानी के लिए सरकार की तरफ से एक ऐप लॉन्च की गई है जिसका नाम गिरदावरी ऐप रखा गया है. इस ऐप की मदद से किसान खुद अपनी फसलों को परख सकेंगे और अंदाजा लगा सकेंगे कि क्या स्थिति है. सरकार की तरफ से इस ऐप को किसानों को सशक्त बनाने का एक बड़ा जरिया बताया जा रहा है.
राजस्थान के किसान अब राज किसान गिरदावरी ऐप के जरिये अपनी फसल का निरीक्षण खुद कर सकेंगे. राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अगुवाई में किसानों को सशक्त और ताकतवर बनाने के लिए सभी कोशिशें की जा रही हैं. सरकार की मानें तो पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की तर्ज पर किसानों को 2000 रुपये अतिरिक्त देने वाली मुख्यमंत्री किसान सम्मान योजना की शुरुआत हुई. फिर मिनी किट डिस्ट्रीब्यूशन जैसी योजनाओं को शुरू किया गया. अब इसके साथ ही राज्य सरकार ने किसानों को ऑनलाइन फसल निरीक्षण की सुविधा भी मुहैया कराई है. सरकार का दावा है कि इससे राजस्व विभाग पर किसानों की निर्भरता कम हुई है.
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राज्य सरकार ने जब इस साल का बजट पेश किया था तो उसमें किसानों को खुद से निरीक्षण की सुविधा शुरू करने का ऐलान किया था. इसी घोषणा के तहत 'राज किसान गिरदावरी ऐप' के जरिये से ऑनलाइन गिरदावरी शुरू की गई है. इस साल खरीफ गिरदावरी 2081 (साल 2024) का काम 15 अगस्त से शुरू हो गया है. इसके लिए किसान सबसे पहले अपने मोबाइल पर गूगल प्ले स्टोर से 'राज किसान गिरदावरी ऐप' डाउनलोड कर अपने आधार से लॉगिन कर ई-गिरदावरी कर सकते हैं.
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राज किसान गिरदावरी ऐप डाउनलोड करें और अपने आधार नंबर की मदद से लॉग इन करें. आपके आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा और वेरिफिकेशन के बाद लॉग इन हो जाएगा. उसके बाद 'फसल विवरण जोड़ें' पर क्लिक करें, फिर ऊपर की तरफ आधार से जुड़े खाते का ऑप्शन होगा और दूसरी तरफ खाता खोजने का विकल्प होगा. इन दोनों विकल्पों में से खोज खाता पर क्लिक करने पर एक पेज खुलेगा. उसमें किसान को अपना जिला, तहसील और गांव चुनना होगा और आगे बढ़ना होगा.
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इसके बाद आपको अपने खेत का खाता नंबर अंकित करके कैलिब्रेट पर क्लिक करना होगा. कैलिब्रेट करने के बाद गिरदावरी सीजन और फसल का चयन करें और खाते का क्षेत्रफल हेक्टेयर में दर्ज करें. इसके बाद आपको खेत-खाते में बोई गई फसल की साफ फोटो अपलोड करनी होगी. इस फोटो से यह पता लगना चाहिए कि फसल सिंचित है या असिंचित और सिंचाई का स्रोत क्या है. साथ ही फलदार पेड़ों की संख्या अगर कोई है तो वह भी बतानी होगी.
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इस पूरी प्रक्रिया के बाद प्रिंट प्रिव्यू का विकल्प दिखाई देगा, वहां क्लिक करें और फिर उसके बाद सबमिट का ऑप्शन नजर आएगा. सबमिट ऑप्शन पर क्लिक करने पर किसान की तरफ से की गई गिरदावरी सबमिट हो जाएगी और रजिस्ट्रेशन नंबर हासिल हो जाएगा. गिरदावरी की पूरी ऑनलाइन प्रक्रिया उस खेत में खड़े होकर पूरी करनी होगी, जिसकी गिरदावरी करानी है.
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