भारतीय आमों के मोहपाश में बंधे दुन‍िया के 50 देश, जान‍िए आम उत्पादन और एक्सपोर्ट की कहानी

भारतीय आमों के मोहपाश में बंधे दुन‍िया के 50 देश, जान‍िए आम उत्पादन और एक्सपोर्ट की कहानी

भारत के सबसे लोकप्र‍िय और महंगे आमों की बात करें तो अल्फांसो, मनकुराड और जूनागढ़ केसर का ज‍िक्र क‍िया जा स‍कता है. हालांक‍ि, दाम में भले ही पीछे हों लेक‍िन दशहरी, चौसा और लंगड़ा भी लोकप्र‍ियता में कहीं से कम नहीं हैं. आम भारत, पाक‍िस्तान और फिलीपींस का राष्ट्रीय फल है, जबक‍ि बांग्लादेश का राष्ट्रीय वृक्ष.

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भारतीय आमों के मोहपाश में बंधे दुन‍िया के 50 देश, जान‍िए आम उत्पादन और एक्सपोर्ट की कहानी क‍ितना आम एक्सपोर्ट करता है भारत?

आम दुन‍िया की एक ऐसी फसल है ज‍िसके मोहपाश में देशी से लेकर विदेशी और 'आम' से लेकर खास तक हर कोई बंधा हुआ है. भारतीय आम के कम से कम 50 देश दीवाने हैं. आम एक्सपोर्ट की ल‍िस्ट देखेंगे तो भारतीय क‍िस्मों के 'खास' होने का एहसास होगा. भारत में आम की लगभग 1500 किस्में उगाई जाती हैं. हर किस्म का उम्दा स्वाद, आकार और रंग होता है. आम न स‍िर्फ एक्सपोर्ट करके पैसा कमाने के ल‍िए बल्क‍ि डिप्लोमेसी में ल‍िए भी इतना अहम है क‍ि कई बड़े नेता इसके जर‍िए कभी नई दोस्ती का पैगाम भेजते रहे हैं तो कभी पुरानी दोस्ती का रंग और गहरा करने की कोश‍िश करते रहे हैं. फलों में ज‍ितनी चर्चा आम की होती है शायद ही क‍िसी और की होती हो. कुछ खास है इसील‍िए तो आम को 'फलों का राजा' कहा जाता है.

बहरहाल, आम का सीजन जाने वाला वाला है. लेक‍िन यकीनन इसका स्वाद आपको नहीं भूलेगा. इसके उत्पादन में भारत पहले स्थान पर है. यह भारत, पाक‍िस्तान और फिलीपींस का राष्ट्रीय फल है, जबक‍ि बांग्लादेश ने आम को अपना राष्ट्रीय वृक्ष बनाया हुआ है. भारत ने 1950 में ही आम को अपना राष्ट्रीय फल बना द‍िया था. केंद्रीय कृष‍ि मंत्रालय के अनुसार भारत में कुल करीब 24 लाख हेक्टेयर में आम की खेती हो रही है, जिसमें 2 करोड़ 8 लाख मिट्रिक टन पैदावार हो रही है. उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और गुजरात इसके बड़े उत्पादक राज्य हैं.

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भारत से आम का एक्सपोर्ट

भारत में आम की खेती का दायरा और यहां से होने वाला एक्सपोर्ट दोनों लगातार बढ़ रहा है. अमेर‍िका और यूरोपीयन देशों में एक्सपोर्ट होने से पहले आम एक कड़ी प्रक्रिया से गुजरता है ताक‍ि यह तय क‍िया जा सके क‍ि इसमें कोई कीटनाशक नहीं है. इससमय भारत करीब 50 देशों को सालाना पौने चार सौ करोड़ रुपये का आम एक्सपोर्ट कर रहा है. संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, यूएसए, कतर, कुवैत, ओमान, कनाडा और स‍िंगापुर जैसे भारतीय आम के सबसे बड़े मुरीद मुल्कों में शाम‍िल हैं. भारत विश्वभर में ताजे आम का प्रमुख निर्यातक है. वर्ष 2022-23 के दौरान देश ने 22,964 मीट्रिक टन ताजे आम का निर्यात क‍िया. एक साल में ही भारत से आम का एक्सपोर्ट 15.59 फीसदी बढ़ गया है. 

भारत में आम का सालाना उत्पादन.

भारत के आम उत्पादक राज्य

भारत में इसका सबसे बड़ा उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश है. हालांक‍ि, कभी-कभी इसे पछाड़कर आंध्र प्रदेश भी आगे न‍िकल जाता है. वर्ष 2021-22 में आंध्र प्रदेश 23.89 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ आम के उत्पादन में तथा उच्चतम उत्पादन में प्रथम स्थान पर है. अपने देश के सबसे लोकप्र‍िय और महंगे आमों की बात करें तो महाराष्ट्र के अल्फांसो, गोवा के मनकुराड और जूनागढ़ के केसर आम का ज‍िक्र क‍िया जा स‍कता है. हालांक‍ि, दाम में भले ही पीछे हों लेक‍िन दशहरी, चौसा और लंगड़ा लोकप्र‍ियता में कहीं से कम नहीं हैं. 

भारत में आम की लोकप्र‍िय क‍िस्में 

राज्य   पैदा होने वाली आम की क‍िस्में 
आंध्र प्रदेश  बंगनल्ली, सुवर्णरेखा नीलम और तोतापरी
बिहार बॉम्बे ग्रीन, चौसा, जरदालू, दशहरी, फज़ली , गुलाबखास, किशन भोग, हिमसागर, जारडालु और लंगडा 
गुजरात केसर, अलफांसो, राजापुरी, जमादार, तोतापरी, नीलम, दशहरी और लंगडा
हिमाचल प्रदेश चौसा, दशहरी और लंगडा
कर्नाटक  अलफांसो, तोतापरी, बंगनपल्ली, पैरी, नीलम और मुलगोवा
मध्य प्रदेश अलफांसो, बॉम्बे ग्रीन, दशहरी, फज़ली, लंगडा और नीलम
महाराष्ट्र  अलफांसो, केसर और पैरी
पंजाब चौसा, दशहरी और मालदा 
राजस्थान बॉम्बे ग्रीन, चौसा, दशहरी और लंगडा
तमिलनाडु अलफांसो, तोतापरी, बंगनापल्ली और नीलम
उत्तर प्रदेश बॉम्बे ग्रीन, चौसा, रटौल, दशहरी और लंगडा
पश्चिम बंगाल  फज़ली, गुलाबखास , हिमसागर, किशनभोग, लंगडा और बॉम्बे ग्रीन
हरियाणा चौसा, दशहरी, लंगडा और फज़ली
भारत से आम का एक्सपोर्ट.

जीआई टैग वाले आम

  • मनकुराड आम को हाल ही में जीआई टैग म‍िला है. यह अल्फांसो से भी महंगा होता है. यह गोवा का आम है. इसका दाम 5000 रुपये प्रति दर्जन तक पहुंच जाता है. यह इतना महंगा होता है क‍ि क‍िसी के घर में मनकुराड का पेड़ होना गर्व की बात मानी जाती है. 
  • जूनागढ़ के केसर आम को 'गिर केसर' के रूप में जीआई टैग म‍िला हुआ है. यह गुजरात के जूनागढ़ जिले में गिरनार पहाड़ों की तलहटी के आसपास बड़े पैमाने पर उगाया जाता है. यह भी भारत का काफी महंगा आम है. जीआई टैग म‍िलने की वजह से लोकप्र‍ियता बढ़ रही है.  
  • अल्फांसो को भी जीआई टैग म‍िला हुआ है. यह मुख्यतौर पर महाराष्ट्र में पैदा होता है. यह दूसरे देशों में काफी लोकप्रिय क‍िस्म है. अल्फांसो को हापुस (Alphonso) भी कहते हैं. इसी तरह उत्तर प्रदेश के बागपत में उगाए जाने वाला रटौल आम (Rataul Mango) भी जीआई टैग प्राप्त है. इसका नाम रटौल गांव के नाम पर है. 
  • इसके अलावा पश्च‍िम बंगाल के मालदा लक्ष्मणभोग, ह‍िमसागर, मालदा फजली, उत्तर प्रदेश के मलीहाबादी दशहरी, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा केसर, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बंगनपल्ली और बनारस के लंगड़ा आम को भी जीआई टैग म‍िला हुआ है. 

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