मध्य-प्रदेश के खरगोन में बारिश की बेरुखी से किसान बेहाल हैं. लंबे समय से बारिश नहीं होने से सोयाबीन की फसल पर बुरा प्रभाव पड़ा है. दरअसल सोयाबीन की फसल सूखने से परेशान किसान ने खड़ी फसल पर रोटावेटर चला दिया क्योंकि किसान के 15 एकड़ में से छह एकड़ की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है. लंबे समय से बारिश न होने के कारण जिलेभर के किसान चिंतित हैं. इस क्षेत्र में अब तक आधे से भी कम बारिश हुई है जो किसानों के लिए चिंता का सबब है. खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर झिरन्या तहसील क्षेत्र में औसत से आधी भी बारिश न होने से किसनों की फसलें सूखकर बर्बाद हो रही हैं. सोयाबीन, कपास, मिर्ची की फसल दम तोड़ने लगी है. कई स्थानों पर दोबारा बोवनी की स्थिति बन गई है.
झिरन्या विकासखंड के छेंडिया गांव में किसान कृष्णपाल सिंह तोमर की 15 एकड़ में से छह एकड़ फसल सूखने लगी. जिससे परेशान होकर किसान कृष्णपाल ने खड़ी फसल पर रोटावेटर चला दिया. किसान त्रिलोक सिंह राजपाल सिंह चौहान ने भी सोयाबीन की फसल पर रोटावेटर चला कर प्याज लगाने की तैयारी शुरू कर दी है. किसान जयंत भगवत सिंह निवासी मुंडिया ने कहा कि फसलें दम तोड़ने की कगार पर हैं. बारिश की बेरुखी के कारण मिर्च की फसल पर टिड्डियां लग रही हैं और सोयाबीन की फसल सूखने लगी है. क्षेत्र में कपास की फसल पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है. अच्छी फसल की आस लगाए बैठे किसानों की उम्मीद पर बारिश नही होने से पानी फिर गया है.
ये भी पढ़ें:- Rajasthan: अब इन फैक्ट्रियों को लगाने में नहीं लेनी होगी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से मंजूरी
जिले में अब तक 334 मिमी बारिश हुई है जबकि पिछले वर्ष 18 अगस्त तक 568 मिमी बारिश हुई थी. झिरन्या विकासखंड में 18 अगस्त तक 310 मिलीमीटर बारिश हुई है. पिछले वर्ष अब तक 771 मिलीमीटर बारिश हुई थी. इस तरह विकासखंड में अब तक आधी से भी कम बारिश हुई है. इससे किसानों की फसल खराब हो रही है.
कृषि उप संचालक चौहान का कहना है कि झिरन्या विकासखंड के संध्या गांव में कृष्ण पाल सिंह तोमर और उनके परिवार के तीन अन्य किसानों के खेतों में सोयाबीन की फसल खराब होने की सूचना मिली है. वहीं उन्होंने कहा कि उनकी पथरीली जमीन थी, इसलिए उन्होंने खेत में रोटावेटर चला दिया और अब वहां प्याज की बोवाई की तैयारी कर रहे हैं. विकासखंड में आधे से भी कम बारिश हुई है. इस कारण फसलें प्रभावित हुई हैं. लेकिन उम्मीद है कि एक-दो दिन में बारिश हो जाए.
छेंडिया के पीड़ित किसान कृपाल सिंह तोमर का कहना है 15 एकड़ में सोयाबीन की फसल लगाई है. दो एकड़ में रोटावेटर चला दिया है. वहीं 20-25 दिन से बारिश नहीं हो रही है. पानी की कमी के कारण 15 एकड़ फसल प्रभावित हो रही है. दो एकड़ में रोटावेटर चलाया है और एक-दो दिन पानी नहीं आया तो 15 एकड़ फसल पर ही रोटावेटर चलाना पड़ेगा.
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today