हरियाणा के दो जिले में हजारों एकड़ की फसलें डूबीं, किसानों को अब मुआवजे का सहारा

हरियाणा के दो जिले में हजारों एकड़ की फसलें डूबीं, किसानों को अब मुआवजे का सहारा

हरियाणा के दो जिलों में लगातार बारिश से फसलें जलमग्न हो गई हैं. औसत से अधिक मॉनसून वाली बारिश के कारण कई गांवों में जलभराव हो गया है. जिससे खरीफ फसलों को खतरा पैदा हो गया है और किसानों में दहशत फैल गई है.

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हरियाणा के दो जिले में हजारों एकड़ की फसलें डूबीं, किसानों को अब मुआवजे का सहाराहजारों एकड़ की फसलें डूबीं

देश के कई राज्यों में मॉनसून आफत बनकर बरस रहा है. इस दौरान कई राज्यों में भयंकर बारिश से आमजन के साथ-साथ किसानों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही नजारा हरियाणा के कुछ जिलों में देखने को मिला. दरअसल औसत से अधिक मॉनसूनी बारिश के कारण हरियाणा के हिसार और भिवानी जिलों के कई गांवों में जलभराव हो गया है, जिससे खरीफ फसलों को खतरा पैदा हो गया है और किसानों में दहशत फैल गई है. सैकड़ों एकड़ में रोपी गई धान और अन्य मौसमी फसलें जलमग्न हो गई हैं. 

कितने एकड़ में लगी फसलें डूबीं?

'दि ट्रिब्यून' के मुताबिक, लगातार हो रही मुसलाधार बारिश से हिसार और भिवानी जिलों में कम से कम 12 गांव, जिनमें धनाना, मिताथल, तालु, चांग, सुखपुरा, बलियाली, घुसकानी, खरक, सिसई, बांडाहेड़ी और आदमपुर शामिल हैं. बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं. चांग में स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है. यहां 1,100 एकड़ जमीन जलमग्न है. वहीं, अन्य बुरी तरह प्रभावित गांवों में आलमपुर में 1,050 एकड़, घुसकानी में 900 एकड़, बलियाली में 850 एकड़ और बंदाहेरी में 500 एकड़ शामिल हैं. कुछ इलाकों में पानी चार फुट तक पहुंच गया है, जिससे फसलें नष्ट हो गई हैं और आगे की बुवाई रुक गई है. 

प्रभावित किसानों की क्या है मांग?

किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर एक हफ़्ते के अंदर पानी नहीं निकाला गया, तो वो धान की दोबारा रोपाई नहीं कर पाएंगे, जिससे इस सीजन में पूरी तरह नुकसान हो जाएगा. उन्हें यह भी डर है कि अगर यही स्थिति रही तो रबी की फसल की बुआई में भी देरी हो सकती है. वहीं, भिवानी में अखिल भारतीय किसान सभा ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया और जल निकासी मशीनरी की तत्काल तैनाती और प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की. किसानों ने प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा और उपायुक्त ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि जल्द ही कार्रवाई शुरू की जाएगी. 

किन फसलों को हुआ भारी नुकासन?

इस बीच हिसार के आदमपुर क्षेत्र में विधायक चंद्र प्रकाश ने सिसवाल, आदमपुर, लाडवी, महलसरा और कोहली सहित प्रभावित गांवों का दौरा किया. उन्होंने राजस्व और सिंचाई अधिकारियों को जल निकासी में तेजी लाने के निर्देश दिए. साथ ही किसानों ने उन्हें बताया कि ज्वार, बाजरा, मक्का, कपास, ग्वार और मूंग जैसी फसलों को भारी नुकसान हुआ है. विधायक ने फसल क्षति का तत्काल सर्वेक्षण और मुआवज़ा देने की मांग की है. इसके अलावा किसान नेताओं ने सरकार की तैयारी की कमी की आलोचना की है उन्होंने कहा कि जल निकासी व्यवस्था की हर साल मॉनसून में उजागर हो जाती है. 

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