हम सब अक्सर ऐसे कई सक्सेज स्टोरी पढ़ते हैं जिसमें लिखा होता है कि कई लोग अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर खेती से लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. अगर आप भी किसान हैं और ऐसे किसी फसल की तलाश में हैं जिसकी खेती करके अच्छी कमाई की जा सकती है तो आप गुलाब की खेती करें. गुलाब उगा कर कम बजट और सीमित देखभाल में भी अच्छी कमाई कर सकते हैं. इस खबर में आपको गुलाब की मांग, उगाने का तरीका और उसकी कमाई से जुड़ी सभी छोटी-बड़ी बातें बताएंगे.
गुलाब की खेती का समय आमतौर पर जुलाई-अगस्त का महीना है लेकिन इसे सर्दियों की शुरुआत में भी उगा सकते हैं. ग्रीनहाउस या पॉलीहाउस में गुलाब को किसी भी महीने में उगाया जा सकता है. गुलाब उगाने के लिए इसकी नर्सरी तैयार की जाती है जिसमें 6-7 हफ्तों में पौध तैयार होती है लेकिन आप कलम से लगाते हैं तो पौधों की ग्रोथ भी जल्दी होती है और इनके स्वस्थ रहने की संभावना भी ज्यादा रहती है. आप किसी भी नजदीकी नर्सरी से गुलाब की कलम खरीद सकते हैं, उपलब्ध ना होने पर ऑर्डर करके मंगाई भी जा सकती हैं.
गुलाब के पौधे कतारबद्ध तरीके से रोपें. रोपाई के लिए 30 सेमी व्यास और इतनी ही गहराई वाला गड्ढा खोदें इन गड्ढों को वर्मी कंपोस्ट या सड़े गोबर की खाद से आधा भरें और कलमों को रोप दें. गड्ढे से गड्ढे की दूरी एक से डेढ़ मीटर होनी चाहिए.
गुलाब की कलम रोपने के बाद इन्हें सीधी धूप आने से बचाएं. पौधों के लिए दिन का तापमान 25 से 30 डिग्री सेंटीग्रेट तथा रात का तापमान 12 से 14 डिग्री सेंटीग्रेट बेहतर माना जाता है. सिंचाई की बात करें तो शुरुआत में हर दूसरे दिन और फिर नमी की जांच कर हर हफ्ते सींचें. जब पौधों में नई कोपल फूटने लगें तो नीम की खल और वर्मी कंपोस्ट डालें.
गुलाब के पौधे रोपाई के लगभग तीन महीने में ही फूल देने लगते हैं और लगातार तीन से पांच सालों तक फूल देते हैं. हालांकि ये कितने सालों तक फूल देंगे ये उनकी किस्म, देखभाल और वातावरण पर निर्भर करता है. हर साल जब पतझड़ हो उसके बाद पौधों की मिट्टी कुरेद कर उसे गोबर की सड़ी खाद के साथ बदलें. इससे पौधों की नई कोपल फूटेंगी और नए फूल खिलने में मदद मिलेगी.
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गुलाब को फूलों का राजा कहा जाता है. इसका उपयोग डेट पर गुलदस्ता देने से लेकर शादी का स्टेज सजाने तक किया जाता है. कहने का मतलब है गुलाब के फूलों का उपयोग सजावट में किया जाता है. मंदिरों में भी इनकी खूब मांग है. लेकिन गुलाब के फूलों की मांग कॉस्मेटिक और मेडिकल प्रोडक्ट बनाने में किया जाता है. इनसब के साथ ही कई फूड आयटम बनाने में भी गुलाब का उपयोग किया जाता है.
गुलाब के फूलों का उपयोग जानने के बाद आप ये अंदाजा लगा सकते हैं कि इसकी मांग कितनी ज्यादा है. गुलाब की खेती आज भी देश में बड़े पैमाने में नहीं की जाती इसलिए इसकी आपूर्ति करना कई बार मुश्किल हो जाता है ऐसे में किसानों को मुंह मांगी कीमत मिलती है. एक फूल कारोबारी ने किसानतक को बताया कि फुटकर मार्केट में एक किलो गुलाब की कीमत 50 रुपये किलो से लेकर 300 रुपये किलो तक है.
ग्रीनहाउस में उगाई गई गुलाब की कुछ किस्मों की कीमत 500 रुपये किलो तक भी है. हालांकि गुलाब की कीमत उनकी मांग और सीजन पर बढ़ती घटती रहती है. जैसे त्योहारों और शादी के सीजन में इसकी कीमत बढ़ जाती है.
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