भारत में इस साल खरीफ सीजन की फसल बुवाई शुरूआत में तेज रही थी, लेकिन हाल ही में हुई भारी बारिश और बाढ़ ने इस रफ्तार को धीमा कर दिया है. कृषि मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बुवाई का कुल रकबा अब सामान्य के करीब पहुंच चुका है, लेकिन पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी की रफ्तार कम हो गई है. लगातार हो रही बारिश ने ना सिर्फ आम जनता बल्कि किसानों को काफी परेशानी हो रही है. एक तरफ जहां किसानों को बारिश का इंतेजार रहता है वहीं अधिक बारिश की वजह से इस साल किसान परेशान नजर आ रहे हैं.
अगस्त 29 तक कुल 1,092.87 लाख हेक्टेयर (lh) क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुवाई हो चुकी है, जो पिछले साल के 1,060.36 लाख हेक्टेयर के मुकाबले लगभग 3.1% अधिक है. हालांकि, अगस्त 1 तक यह बढ़ोतरी 5% थी, जो अब घटकर 3% पर आ गई है. बीते एक सप्ताह में केवल 19 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में ही बुवाई हो पाई, जबकि इससे पहले के हफ्ते में 34 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी.
धान की फसल का रकबा इस बार 431.96 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो पिछले साल के 405.34 लाख हेक्टेयर से 6.6% अधिक है. यह खरीफ सीजन की सबसे प्रमुख फसल है और अच्छी बारिश से धान की बुवाई को फायदा हुआ है.
हालांकि खरीफ फसलों की कुल बुवाई सामान्य से बहुत करीब है और कुछ फसलों में अच्छी बढ़ोतरी देखी गई है, लेकिन अत्यधिक बारिश और बाढ़ की वजह से कई इलाकों में फसलों को नुकसान पहुंचा है. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्थिति की समीक्षा की है और सरकार प्रभावित किसानों की मदद के लिए कदम उठा रही है.
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