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भारत के काबुली चने की पूरी दुनिया में धूम, सालभर में दोगुना तक बढ़ा निर्यात

भारत के काबुली चने की पूरी दुनिया में धूम, सालभर में दोगुना तक बढ़ा निर्यात

केवल काबुली चने की बात नहीं है बल्कि दुनिया आज छोटे चने के लिए भारत की तरफ देख रही है. महाराष्ट्र में इस बार छोटे चने की बंपर पैदावार निकल रही है. इस चने की निर्यात मांग बढ़ने से महाराष्ट्र के किसान अपनी पैदावार कोल्ड स्टोरेज में नहीं रख रहे हैं बल्कि उसे निर्यात के लिए बेचा जा रहा है.

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भारत से बढ़ी काबुली चने की निर्यात भारत से बढ़ी काबुली चने की निर्यात

विदेशों में भारत के काबुली चने की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है. यही वजह है कि हाल के महीनों में काबुली चने के निर्यात में बहुत मजबूती देखी जा रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2022-23 में पिछले साल की तुलना में भारत से काबुली चने का निर्यात दोगुना तक बढ़ा है. व्यापार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अगले एक साल तक भारतीय काबुली चने के रेट में तेजी बनी रहेगी. ऐसे में देसी बाजारों में इसके भाव बहुत नीचे आने की संभावना कम है. हालांकि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष काबुली चने का उत्पादन बेहतर रहा है. इसके बावजूद रेट में बहुत अधिक गिरावट नहीं रहेगी क्योंकि विदेशी बाजारों में इसकी भारी मांग बनी हुई है.

दुनिया के दो देश ऐसे हैं जहां काबुली चने सबसे अधिक निर्यात किया जा रहा है. संयुक्त अरब आमिरात और श्रीलंका में सबसे अधिक खेप भेजी जा रही है. 'बिजनेसलाइन' की रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के जिन देशों में काबुली चना पैदा होता है, वहां से सप्लाई कम हो गई है जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसकी भारी कमी देखी जा रही है. भारत के कृषि और व्यापार क्षेत्र को इसका फायदा मिल रहा है जिससे निर्यात में तेजी आई है.

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एक तरफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काबुली चने की कमी और दूसरी तरफ रमजान, इन दोनों फैक्टर ने भारत के काबुली चने की मांग और सप्लाई में बड़ी तेजी लाई है. काबुली चने में भी भारत की बोल्ड वेरायटी की बहुत मांग होती है. इस वेरायटी का उत्पादन दुनिया के दो देश-भारत और मैक्सिको सबसे अधिक करते हैं. मैक्सिको में अभी काबुली चने की कटाई शुरू नहीं हुई है और अगले महीने इसकी शुरुआत होगी. इस बार मैक्सिको में कम पैदावार भी निकल रही है.

इस बात का पूरा फायदा भारत के किसानों और व्यापारियों को मिलता दिख रहा है. भारत में लगभग एक महीने पहले चने की कटाई शुरू हो गई थी और इस बार पैदावार भी बंपर है. लिहाजा, भारत से निर्यात में बड़ी तेजी देखी जा रही है. मैक्सिको के पास इस बार रिजर्व स्टॉक भी नहीं है जबकि भारत के साथ यह प्लस पॉइंट है. इन सभी बातों की वजह से भारत के काबुली चने की पूरी दुनिया में धूम मची हुई है.

केवल काबुली चने की बात नहीं है बल्कि दुनिया आज छोटे चने के लिए भारत की तरफ देख रही है. महाराष्ट्र में इस बार छोटे चने की बंपर पैदावार निकल रही है. इस चने की निर्यात मांग बढ़ने से महाराष्ट्र के किसान अपनी पैदावार कोल्ड स्टोरेज में नहीं रख रहे हैं बल्कि उसे निर्यात के लिए बेचा जा रहा है. छोटे चने की घरेलू मार्केट में मांग भी अधिक है, इसलिए महाराष्ट्र के किसान इसे जल्दी में निकाल देना चाह रहे हैं. छोटे चने की मांग दुबई और अल्जीरिया में बहुत अधिक है जहां निर्यात किया जा रहा है.

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इस बार मौसम का असर छोटे चने के उत्पादन पर देखा गया है और कुछ हिस्सों में पैदावार गिरने की आशंका है. ऐसे में देसी बाजारों में छोटे चने की मांग बढ़ेगी जिससे दाम में भी तेजी देखने को मिल सकती है.