मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देगी हरियाणा सरकार, नई पॉल‍िसी बनाने की तैयारी

मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देगी हरियाणा सरकार, नई पॉल‍िसी बनाने की तैयारी

मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के किसानों को प्रोत्साहित करेगी हरियाणा सरकार. इसके लिए सरकार एक पॉलिसी बनाने पर विचार कर रही है. जिसके तहत मोटा अनाज पैदा करने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि भी दिया जाएगा

Advertisement
मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देगी हरियाणा सरकार, नई पॉल‍िसी बनाने की तैयारी मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देगी हरियाणा सरकार , बनाई ये खास योजना, फोटो साभार: freepik

मोटे अनाज (मिलेट्स) की खेती को बढ़ावा देने के किसानों को प्रोत्साहित करेगी हरियाणा सरकार. इसके लिए सरकार एक पॉलिसी बनाने पर विचार कर रही है. जिसके तहत मोटा अनाज पैदा करने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी. साथ ही पंचकुला और गुरुग्राम के एग्रोमाल में मोटे अनाज से खाद्य सामग्री तैयार करने के लिए संस्थाओं को जगह उपलब्ध कराई जाएगी. मोटे अनाज को लेकर किसानों को जागरूक करने के लिए गांव और जिला स्तर पर जागरूकता और प्रशिक्षण के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिससे उन्हें मोटे अनाज के फायदे बताकर मिलेट्स की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.
 

क‍िसानों को म‍िलेगी ट्रेन‍िंग

केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ऑफ द ईयर घोषित किया है. मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में हरियाणा के कृषि और किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि प्रदेश में मोटे अनाज की लाभकारी गुणों के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक और किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा. मुख्य तौर पर प्रदेश में बाजरा को ही मोटे अनाज के रूप में उगाया जाता है. आजीविका के लिए बाजरा और ज्वार जैसे पोषक अनाज से बहुत सारी संभावनाएं हैं. यह गेहूं और चावल की तुलना में कम कार्बन के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद करता है.

ये भी पढ़ें:- इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स में बाजरे से जुड़े रोचक प्रश्नों का दें जवाब और पाएं इनाम

विधायकों को भी परोसा जाएगा मोटा अनाज

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सभी विधायकों और मीडिया कर्मियों को मोटे अनाज से बना खाना परोसा जाएगा. पोषक अनाज मिलेट्स को अंतरराष्ट्रीय वर्ष 2023 को जन आंदोलन बनाने के लिए इन फसलों की पौष्टिक गुणों की महत्ता को हरियाणा के जन-जन तक पहुंचाया जाएगा. इसके लिए कृषि विभाग ने कार्यशालाओं,  गोष्ठी और मेले और प्रशिक्षण शिविरों के लिए विशेष आयोजन की जा रही है.
 

इसके सेवन से खत्म होती हैं कई बीमारियां

मिलेट्स मैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहुर डॉ. खादर अली ने कहा कि मोटे अनाज की लाभकारी महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है. इसके सेवन से काफी बीमारियां खत्म हो जाती है. ये अनाज शरीर को पोषण देने और ठीक करने की क्षमता के लिए पहचाना जाता है. बड़ी मात्रा में फाइबर, खनिज और प्रोटीन से युक्त ये अनाज पोषण का पावर हाउस है.

ये भी पढ़ें:- कसावा पौधे की जड़ से बनता है साबूदाना, जानें कहां और कैसे होती है इसकी खेती

खेती विरासत मिशन के कार्यकारी निदेशक उमेंद्र दत्त ने बताया कि मोटे अनाज प्रचलित जीवनशैली रोगों का इलाज के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं. जैसे, मधुमेह, रक्त शर्करा और उच्च रक्तचाप. लोगों को अपने भोजन में कोदो, कंगनी, कुटकी, संवा, हरी कंगनी, ज्वार, बाजरा, रागी, और चीना जैसे मोटे अनाज का सेवन करना चाहिए. यह बीमारियों को नियंत्रित करते हैं. 

POST A COMMENT