गुजरात में बीते कई दिनों से जारी भीषण बारिश और बाढ़ की स्थितियों ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है. नदियों और जलाशयों के उफान से कई इलाकों में खरीफ फसलें पानी में डूबी हुई हैं. इससे परेशान किसानों को राहत देने के लिए राज्य सरकार मुआवजा देगी. बारिश के चलते राज्य की 930 से अधिक सड़कों पर आवागमन बाधित हुआ है. बीते 3 दिनों में 28 लोगों की मौत हो गई है. पीएम मोदी ने राहत और बचाव कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की है.
गुजरात में जुलाई से रुक रुककर हो रही बारिश ने बीते कुछ सप्ताह में तेजी पकड़ी है. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसकी वजह से गुजरात में 29 अगस्त के साथ ही अगले 5 दिनों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. कई सप्ताह से जारी बारिश के चलते राज्य में बीते 3 दिन में 28 लोगों की मौत हो गई है. सामान्य से कहीं ज्यादा बारिश होने के कारण गुजरात के 18 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं. बारिश के चलते गुजरात के वडोदरा, जामनगर, द्वारका और कच्छ में सभी प्राथमिक स्कूलों को बंद कर दिया गया है.
गुजरात में जारी बारिश से अकेले 9 जिलों में 45 तहसील में 4 लाख हेक्टेयर फसल को पहुंचे नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार ने 350 करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी किया है. वहीं, पिछले सप्ताह के दौरान बारिश के बाद उफनाई नदियों और जलाशयों का पानी खेतों में भर गया है, जिससे खरीफ सीजन की खड़ी फसलें पानी डूब गई हैं. अगर 2-3 दिनों के अंदर खेतों से पानी नहीं हटा तो फसल चौपट हो जाएगी. 33 राज्यों में सर्वाधिक फसलों को नुकसान पहुंचने की बात कही गई है. राज्य सरकार ने किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा देने की बात कही है.
राज्य सरकार और मौसम विभाग के अनुसार कच्छ, द्वारका, जामनगर, मोरबी, सुरेन्द्रनगर, जूनागढ़, राजकोट, बोटाद, गीरसोमनाथ, अमरेली और भावनगर बारिश और बाढ़ की स्थितियों से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. वहीं, अगले 5 दिन भी हालात सुधरने वाले नहीं हैं. मौसम विभाग (IMD) ने गुजरात में अगले 5 दिन के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग की तरफ से 29 अगस्त को गुजरात के 33 जिलों में से 11 जिलों में रेड अलर्ट तो बाकी 22 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी है.
गुजरात में बीते 3 दिन में राज्यभर में 28 लोगों की मौत हो गई है. जबकि, मॉनसून की शुरुआत से बारिश और बाढ़ के चलते अबतक 41,678 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है. सर्वाधिक वडोदरा में 10218, नवसारी में 9500, सूरत में 3859, खेड़ा में 2729, आणंद में 2289, पोरबंदर में 2041, जामनगर में 1955 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. इन जिलों में खेतों में खड़ी खरीफ फसलें जैसे दलहन, मक्का और धान भी पानी में डूब गई हैं. एक्सपर्ट ने दलहन फसलों को सर्वाधिक नुकसान की आशंका जताई है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today