देश के आठ राज्यों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर चना की खरीद जारी है. अब तक 20,02,367 मीट्रिक टन चना खरीदा जा चुका है. खास बात यह है कि महाराष्ट्र को पछाड़कर मध्य प्रदेश सबसे बड़ा चना खरीदार बन गया है. जबकि दस दिन पहले तक मध्य प्रदेश पीछे चल रहा था. मध्य प्रदेश देश का सबसे बड़ा चना उत्पादक है. ऐसे में दूसरे राज्यों के मुकाबले उस पर खरीद बढ़ाने का एक नैतिक दबाव था. देश में एमएसपी पर चना बेचने वाले किसानों की संख्या 8,87,788 हो गई है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक रबी फसल सीजन 2022-23 के दौरान देश में 136.32 लाख मीट्रिक टन चना उत्पादन का अनुमान है, जो अब तक का रिकॉर्ड है. साल 2021-22 में 135.44 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था.
चना प्रमुख दलहनी फसलों में चने की हिस्सेदारी करीब 40 परसेंट की है. देश भर में नाफेड चने की खरीद कर रहा है. रबी मार्केटिंग सीजन 2023-24 के लिए सरकार ने चने की एमएसपी 5335 रुपये प्रति क्विंटल तय की है. देश में अब तक चना बेचने वाले किसानों के लिए 10,683 करोड़ रुपये की रकम जारी की गई है. अगर खरीद की बात करें तो अब तक मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 7,08,289 मीट्रिक टन चना खरीदा गया है. इसके बदले यहां के किसानों को 3779 करोड़ रुपये मिल चुके हैं. पिछले साल भी मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 8.02 लाख मीट्रिक टन चना खरीदा गया था.
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महाराष्ट्र में अब तक 6,65,928 मीट्रिक टन खरीदा गया है. इसके बदले यहां के किसानों को 3553 करोड़ रुपये मिलेंगे. पिछले साल चना खरीद में महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर था. यहां 7.60 लाख मीट्रिक टन चने की खरीद हुई थी. ऐसा लगता है कि इस बार भी यह रिकॉर्ड कायम रहेगा. खरीद में तीसरे नंबर परगुजरात है जहां पर अब तक 3,16,489 मीट्रिक टन चना खरीदा जा चुका है.
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