बिहार के गन्ना किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. राज्य सरकार की तरफ से उन किसानों को मुआवजा देने का फैसला किया गया है जिनकी फसल इस साल बाढ़ में चौपट हो गई है. सरकार की तरफ से बाढ़-प्रभावित गन्ना की फसलों का सर्वे किया जाएगा. इसके बाद नुकसान का अनुमान लगाकर किसानों को उनका मुआवजा दिया जाएगा. राज्य के गन्ना उद्योग मंत्री की तरफ से भी इस बात की पुष्टि की गई है. गौरतलब है कि बिहार इस समय भयंकर बाढ़ का सामना कर रहा है. इसकी वजह से कई किसानों को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
वेबसाइट न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसान कृष्णा नंदन पासवान जो राज्य के गन्ना उद्योग मंत्री और जिला प्रभारी हैं, उन्होंने गोपालगंज में बाढ़ प्रभावित गन्ना के खेतों का दौरा किया है. पासवान ने किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई है. पासवान ने कहा कि प्रिंसिपल सेक्रेटरी और गन्ना कमिश्नर के साथ इस पर चर्चा की गई है. इसके बाद उन्हें फसल नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए गए हैं. पासवान की मानें तो नुकसान की रिपोर्ट के आधार पर किसानों को मुआवजा मिलेगा.
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पासवान ने उन्होंने उन गन्ना किसानों को भरोसा दिलाया जिनकी फसलें गंडक नदी की बाढ़ में चौपट हो गई है. सरकार बिहार में बाढ़ से चौपट हुई फसलों का बड़े स्तर पर सर्वे कराने की योजना बना रही है. नुकसान के आकलन के बाद सरकार की तरफ से मुआवजा जारी किया जाएगा. पासवान ने इस बात पर जोर दिया कि नुकसान की रिपोर्ट मिलने के बाद मुआवजे के लिए सिफारिशें मुख्यमंत्री को सौंपी जाएंगी ताकि किसानों को जरूरी आर्थिक मदद मिल सके.
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गंडक नदी की बाढ़ ने गोपालगंज के किसानों को बुरी तरह प्रभावित किया है. गन्ने के खेत जो कटाई के लिए तैयार थे, पानी में डूब गए थे. साथ ही धान की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. राजवाही, जगीरी टोला, दुखहरण, मलाही टोला, मेहंदिया और रामनगर जैसे इलाकों के किसानों को काफी नुकसान हुआ है. ये किसान अब अपनी बर्बाद हुई फसलों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
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