Garlic farming: लहसुन की इन 5 किस्मों से मिलता है अच्छा उत्पादन, जानिए इसकी खेती के बारे में सब कुछ

Garlic farming: लहसुन की इन 5 किस्मों से मिलता है अच्छा उत्पादन, जानिए इसकी खेती के बारे में सब कुछ

खरीफ सीजन शुरू हो चुका है ऐसे में किसान लहसुन की सही किस्मों का चयन कर अच्छा उत्पादन और मुनाफा दोनों कमा सकते हैं. जानिए लहसुन की ऐसी ही 5 किस्मों के बारे में, जिनकी खेती से किसानों को अच्छा लाभ मिल सकता है.

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Garlic farming: लहसुन की इन 5 किस्मों से मिलता है अच्छा उत्पादन, जानिए इसकी खेती के बारे में सब कुछजानिए लहसुन की अच्छी किस्मों के बारे में

लहसुन की खेती कर किसान कम समय में लाखों रुपये कमा सकता है. इसकी एक फसल से आप 10 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको कई जरूरी बातों पर ध्यान देना होगा. लहसुन की पैदावार कई तरह की होती है. लहसुन के अलग-अलग किस्म के हिसाब से पैदावार भी अलग-अलग होती है. इसकी कुछ ऐसी किस्में हैं, जिसमें न कीट लगते हैं और न ही रोग होता है. इन किस्मों की खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. ऐसे में किसान उन्नत किस्मों का चुनाव करें तो निश्चित रुप से उत्पादन मिलेगा.

राज्य के कई जिलों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. किसान लहसुन की जामनगर और गोदावरी किस्मों की खेती सबसे ज्यादा करते हैं. इसकी खेती के लिए न अधिक गर्मी का मौसम चाहिए और न ही अधिक ठंड का. राज्य में अक्टूबर के महीने में इसकी खेती करना शुरू करते हैं. किसान खरीफ सीजन में लहसुन की खेती कर अच्छा उत्पादन और मुनाफा दोनों ले सकते हैं. 

यमुना सफेद 1 (जी-1) 

लहसुन की यह किस्म 150– 160 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म से 160 क्विंटल से ज्यादा  प्रति हेक्टयर पैदावार प्राप्त होती है. किसान इस किस्म की खेती कर अधिक पैदावार ले सकते हैं.

एग्रीफाउण्ड सफेद (जी-41)

इस किस्म के कंद ठोस, मध्यम आकार के सफेद तथा गूदा क्रीम रंग का होता है. प्रत्येक कंद में कलियों की संख्या 20 से 25 होती है. फसल 160-165 दिन में तैयार हो जाती है और प्रति हेक्टेयर औसत उपज 125-130 क्विंटल प्राप्त होती है. यह बैंगनी धब्बा एवं झुलसा रोग के लिये प्रतिरोधी किस्म है.

यमुना सफेद 2 (जी-50) 

लहसुन की यह किस्म 165– 170 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म से 130– 140 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार प्राप्त होती है. यह किस्म का शल्क कन्द ठोस, त्वचा सफेद, गुदा क्रीम रंग की होता है.

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यमुना सफेद-3 (जी-282)

यह सफेद रंग की बड़े कलियों वाली किस्म है जिसका गूदा क्रीम रंग का होता है तथा एक कंद में 15 से 18 कलियां पाई जाती हैं. यह किस्म 140-150 दिन में पककर तैयार हो जाती है तथा प्रति हेक्टेयर 150-175 क्विंटल तक औसत उपज देती है. यह निर्यात हेतु सर्वोत्तम किस्म मानी जाती हैं.

यमुना सफेद 2 (जी-50) 

लहसुन की यह किस्म 165– 170 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म से 130– 140  क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार प्राप्त होती है. यह किस्म का शल्क कन्द ठोस, त्वचा सफेद, गुदा क्रीम रंग की होता है.किसानों के बीच यहा किस्म काफी लोगप्रिय है. 


 

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