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साल में तीन बार लगाएं इस फूल की नर्सरी, नवरात्र और दिवाली पर होगी बंपर कमाई

साल में तीन बार लगाएं इस फूल की नर्सरी, नवरात्र और दिवाली पर होगी बंपर कमाई

गेंदा भारतीय फूलों में अत्यंत लोकप्रिय है. इसकी डिमांड मार्केट में पूरे साल रहती है. खास कर त्योहारों और शादियों के सीजन में गेदें के फूल की मांग बढ़ जाती है. ऐसे में किसान इससे होने वाले बंपर कमाई को देखते हुए इसकी खेती साल में तीन बार कर सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे.

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फूलों की खेती फूलों की खेती

देश में पिछले कुछ सालों से फूलों की खेती किसानों के बीच काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. उसमें गेंदा के फूल की मांग काफी अधिक है. गेंदा भारतीय फूलों में अत्यंत लोकप्रिय है. इसे पूरे साल में तीन बार उगाया जा सकता है. गेंदा की खेती पूरे साल बहुत ही आसानी से की जाती है और मंडियों में पूरे वर्ष इसकी मांग बनी रहती है. इससे किसान बहुत ही कम समय में गेंदा की खेती से अच्छा पैसा कमा सकते हैं. यह बहुत महत्वपूर्ण फूल है क्योंकि यह व्यापक रूप से धार्मिक और सामाजिक कार्यों में प्रयोग किया जाता है. वहीं, कीटों को पकड़ने के लिए भी इस फसल का प्रयोग किया जाता है. ऐसे में किसान गेंदे की खेती करके नवरात्र और दिवाली पर बंपर कमाई कर सकते हैं.

इन किस्मों की करें खेती

अफ्रीकन किस्म: गेंदे के फूल के इस किस्म की बहुत सारी खासियत है. अफ्रीकन गेंदे की यह किस्म बुवाई के 90-100 दिनों में फूल देना शुरू कर देता है. वहीं, इसके पौधों की ऊंचाई 75-85 सेमी तक होती है. इसके अलावा इस फूल का वजन 15 से 16 ग्राम का होता है. साथ ही इस किस्म के फूल की क्वालिटी काफी अच्छी होती है. यह किस्म सजावट के लिए बेस्ट मानी जाती है.

मेरीगोल्ड येलो किस्म: गेंदे के फूल के इस किस्म की बहुत सारी खासियत है. मेरीगोल्ड येलो किस्म का बीज एक जंगली बीज होता है. इसके पौधे की ऊंचाई 50 से 55 सेमी होती है. इस किस्म से उगाए गए फूल का रंग पीला होता है. इसकी पहली फसल मात्र 40 दिनों में आने लगती है. इसके अलावा इस फूल का वजन 15 से 16 ग्राम का होता है. इसकी फूल की क्वालिटी काफी अच्छी होती है.

पूसा नारंगी: पूसा नारंगी की खेती करने पर 123-136 दिन बाद इसमें फूल आने लगता है. इस किस्म के फूल का रंग सुर्ख नारंगी होता है और पौधों की लंबाई 7 से 8 सेमी. के बीच का होता है. उपज औसतन प्रति हेक्टेयर 35 टन होता है. वहीं इस किस्म की खासियत ये है कि ये सजावट के लिए बेस्ट वैरायटी है. साथ ही मच्छरों को दूर भगाने में भी काम आता है.

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किसान ऐसे तैयार करें नर्सरी

गेंदे के बीज चमकदार और काले रंगे के होते हैं, जिन्हें एकेन कहते हैं. पौध तैयार करने के लिए हमेशा स्वस्थ और पके बीजों का ही चयन करना चाहिए. साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि बीज बहुत ज्यादा पुराने न हों क्योंकि साल भर बाद बीजों के अंकुरण प्रतिशत में कमी आने लगती है. गेंदे के एक ग्राम बीज में औसतन 300-350 की संख्या में बीज होते हैं. गर्मी और वर्षा के मौसम में पौध तैयार करने के लिए 250-300 ग्राम बीज प्रति एकड़ और सर्दी के मौसम में 150-200 ग्राम प्रति एकड़ बीजों की जरूरत पड़ती है.

किसान ऐसे करें खेत तैयार

गेंदे की फसल लेने के लिए भूमि को तैयार करते समय एक गहरी जुताई कर तीन-चार जुताई कल्टीवेटर से कर लेनी चाहिए. फिर खेत को समतल बना लें. इसके अलावा जुताई के समय 15-20 टन सड़ी हुई गोबर खाद या कंपोस्ट खाद जमीन में मिला दें ताकि उपज अच्छी मिले. इसके अलावा छह बोरी यूरिया, 10 बोरी सिंगल सुपर फास्फेट और तीन बोरी पोटाश प्रति हेक्टेयर के हिसाब से खेतों में मिला दें. साथ ही यूरिया की दूसरी और तीसरी मात्रा को रोपाई के 30 दिन और 45 दिन बाद पौधों के आसपास कतारों के बीच में दें.

त्योहारों पर होगी बंपर कमाई

फूलों की खेती सीजन के आधार पर की जाती है. जैसे अभी त्योहारों का सीजन आने वाला है या शादियों का भी मौसम चल रहा है. उस समय फूलों का रेट बढ़ जाता है. साथ ही बाजारों में त्योहारों के समय गेंदे के फूलों की डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे में किसान अगर गेंदे की खेती करते हैं तो इससे बंपर कमाई कर सकते हैं.
 

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