हमारे देश के अधिकांश किसान पारंपरिक खेती करते हैं. इस खेती में मुनाफा नहीं होता है. कई बार तो लागत भी नहीं निकल पाती है. वैसे किसान जो सिर्फ धान और गेहूं कि खेती करते हैं, उन्हें हमारी सलाह है कि एक बार सब्जी की खेती करके देखिए. सब्जियों में भी भिंडी की खेती. पैसों की बारिश होने लगेगी क्योंकि भिंडी कम लागत में अधिक मुनाफा देगी. भिंडी की फसल बहुत ही कम समय में तैयार हो जाती है. बच्चे हों या बूढ़े भिंडी की सब्जी, भुजिया या इससे बना कोई और व्यंजन बड़े ही चाव से खाते हैं. इसके कारण मार्केट में सालों भर भिंडी की मांग रहती है.
ऐसे भिंडी की खेती करने का आया ख्याल
बिहार के कैमूर भभूआ जिले के किसान वीरप्रताप सिंह बताते हैं कि पहले वे सिर्फ पारंपरिक खेती करते थे. धान-गेहूं को उपजाने से किसी तरह घर-परिवार चल पाता था. वह यूपी के गाजीपुर स्थित एक गांव में गए थे, वहां किसानों ने कई एकड़ में भिंडी की खेती कर रखी थी. वहां किसानों ने वीरप्रताप सिंह को बताया कि वे लोग बाजार में भिंडी को बेचकर खूब कमाई कर रहे हैं. इसमें लगात कम और कमाई काफी अच्छी हो जाती है. वीरप्रताप बताते हैं कि इसके बाद उन्होंने भी पारंपरिक खेती के साथ भिंडी करनी शुरू कर दी. इससे उन्हें अच्छा-खासा मुनाफा हुआ.
सिर्फ दो बीघे में भिंडी बोकर की इतनी कमाई
वीरप्रताप बताते हैं कि आज वह करीब दो बीघे में भिंडी की खेती कर रखे हैं. उन्होंने बताया कि भिंडी की एक बीघे में खेती करने पर कुल लागत पांच से छह हजार रुपए आती है. लागत काटकर एक से सवा लाख रुपए मुनाफा एक बीघे में हो जाता है. अभी बारिश का मौसम है. ऐसे में भिंडी की मांग काफी अधिक है. ऐसे में हमारी भिंडी अच्चे रेट में जा रही है.
ऐसे करें भिंडी की खेती
1. किसान वीरप्रताप सिंह ने बताया कि भिंडी की खेती करना बहुत ही आसान है.
2. वीरप्रताप ने बताया कि सबसे पहले हम खेत की दो बार गहरी जुताई करते हैं.
3. इसके बाद मिट्टी को हल्का होने के लिए धूप लगने देते हैं. इस तरह से मिट्टी भुरभुरी हो जाती है.
4. इसके बाद खेत को समतल करके भिंडी की बुवाई खुरपियों से लाइन की जाती है. इससे फसल में खरपतवार कम होता है.
5. किसान भाई ध्यान रखें कि खेत में पानी जमा नहीं हो. पानी की निकासी की पूरी व्यवस्था हो.
6. भिंडी की खेती हर मिट्टी में कर सकते हैं लेकिन बलुई और दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है.
7. वीरप्रताप ने बताया कि किसान भाई खेत में सही मात्रा में सड़ी हुई पुरानी गोबर, बर्मी कंपोस्ट, राख और नीम के तेल का छिड़काव करें. इससे भिंडी की उपज अधिक होगी.
8. भिंडी की बुवाई करने के बाद डेढ़ से 2 महीने में फसल निकलना शुरू हो जाती है.
10 से 12 घंटे के लिए पानी में छोड़ दें बीज को
यदि किसान भाई अच्छी किस्मों की भिंडी अपने खेत में लगाएं तो कम लागत में तगड़ा मुनाफा होता है. एक एकड़ खेत के लिए 3 से 4 किलोग्राम भिंडी के बीज की जरूरत होती है. किसान भाई खेत में बुवाई करने से पहले बीज को 10 से 12 घंटे के लिए पानी में छोड़ दें. इससे बीज खेत में जल्दी अंकुरित होता है.
भिंडी की उन्नत किस्में
1. पूसा ए-4
2. अर्का अनामिका
3. हिसार उन्नत किस्म
4. वीआरओ-6 भिंडी किस्म (काशी प्रगति)
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