रबी सीजन में गेहूं खेती की टिप्सदेश के ज्यादातर हिस्सों में रबी फसलों की देखभाल का समय चल रहा है. इस सीजन में गेहूं और सरसों जैसी फसलों की खेती व्यापक तौर पर होती है. अधिक से अधिक किसान इन फसलों की खेती करके अपनी कमाई बढ़ाना चाहते हैं. इसे देखते हुए विशेषज्ञों ने गेहूं और सरसों की फसल की देखभाल के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं. इन सुझावों का पालन करके किसान अपनी फसल की क्वालिटी और उत्पादन को बेहतर बना सकते हैं. आइए जानते हैं इन सुझावों के बारे में विस्तार से.
खेतों में अभी गेहूं के पौधे उगे हैं. साइज उनका छोटा है. इसलिए अधिक पानी और अधिक खाद के इस्तेमाल से बचना चाहिए. जानवरों से होने वाले नुकसान से भी सावधान रहना चाहिए. गेहूं की फसल जबू मेच्योरिटी के स्टेज में आए तो कुछ खास बातों पर ध्यान देना चाहिए. विशेषज्ञों का कहना है कि उस समय गहरी सिंचाई से बचना चाहिए. यदि सिंचाई अधिक गहरी हो जाती है और मौसम सूखा हो जाता है, तो तेज हवाओं के कारण फसल गिरने का खतरा बढ़ जाता है. फसल गिरने से उत्पादन में भारी नुकसान हो सकता है. इसलिए किसानों को चाहिए कि वे सिंचाई केवल जरूरी मात्रा में करें.
इसके अलावा, खेत में खरपतवारों को हटाना भी बहुत जरूरी है. विशेषज्ञों ने बताया कि खरपतवारों को हटाने से फसल की क्वालिटी में सुधार होता है. यदि किसान अगले साल के लिए बीज का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं, तो यह कदम और भी महत्वपूर्ण हो जाता है. खरपतवारों के बीज फसल के साथ मिलकर भविष्य में नुकसानदायक साबित हो सकते हैं.
गेहूं की तरह सरसों की फसल भी बढ़वार की स्थिति में है. पौधे छोटे और बहुत नाजुक हैं. ऐसी स्थिति में खेतों में जरा भी जलजमाव नहीं होना चाहिए. अगर बेमौसमी बारिश हो भी जाए तो पानी निकालने का इंतजाम करना चाहिए.
आगे चलकर सरसों की फसल पकने की अवस्था में आएगी. विशेषज्ञों ने बताया कि उस समय फसल पर चेपा कीट का प्रकोप अधिक होता है. चेपा की रोकथाम के लिए बाजार में उपलब्ध प्रभावी दवाओं का स्प्रे करना चाहिए. फसल की लगातार निगरानी करना भी जरूरी है ताकि किसी भी तरह के कीट या रोगों पर समय रहते नियंत्रण किया जा सके.
विशेषज्ञों ने जोर दिया कि किसान की जिम्मेदारी होती है कि जब तक फसल बाजार में न पहुंच जाए, तब तक उसकी देखभाल करते रहें. फसल की सही देखभाल से उत्पादन में वृद्धि होती है और किसान को अच्छा मुनाफा मिलता है. कृषि के क्षेत्र में छोटी-छोटी लेकिन अहम बातें बड़े लाभ दिलाने में मददगार होती हैं.
कृषि विशेषज्ञों की सलाह को ध्यान में रखते हुए किसान अपनी फसलों की देखभाल कर सकते हैं और बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. यह सुझाव न केवल फसल की क्वालिटी को सुधारने में मदद करेंगे, बल्कि किसानों को आर्थिक रूप से भी मजबूत बनाएंगे.
गेहूं उत्पादन के क्षेत्र में देश जिस तरह से आगे बढ़ रहा है, पूरी दुनिया में अपना अग्रणी स्थान हासिल कर रहा है, उसे देखते हुए किसानों का भी दायित्व है कि वे फसल की निगरानी सही ढंग से करें. कृषि केंद्रों और विशेषज्ञों की सलाह पर नजर रखें और उसे अपनी खेती में अप्लाई करें.
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