आने वाले समय में कपास के भाव में तेजी देखी जा सकती है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि भारत सहित दुनिया में इस बार कपास की पैदावार गिरने की आशंका है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले सीजन (अक्टूबर 2023-सितंबर 2024) में कपास की पैदावार गिरेगी. इसमें तीन फीसद तक की गिरावट देखी जा सकती है. भारत के साथ दुनिया के कई देशों में कपास की मांग निचले स्तर पर चल रही है. इससे मांग में भले कमी हो, लेकिन दाम में वृद्धि रहने की संभावना है.
कपास का भाव चीन से आने वाली मांग पर निर्भर करेगा. अगर चीन से कपास की मांग बढ़ती है तो भारत में कपास के दाम बढ़ेंगे, अगर मांग गिरती है तो रेट कम रहेंगे. इस पूरे साल कपास की एक कैंडी की कीमत 52,600 रुपये तक रह सकती है. यहां एक कैंडी में 356 किलो कपास होती है. अमेरिकी कृषि विभाग ने कहा है कि इस बार अमेरिका और उज्बेकिस्तान में कपास की पैदावार गिरेगी. भारत में भी उत्पादन गिरने की आशंका जाहिर की गई है. इस वजह से आने वाले समय में कपास के दाम में तेजी दिखेगी क्योंकि सप्लाई कम होगी.
कपास की पैदावार गिरने के पीछे तीन मुख्य वजहें बताई जा रही हैं. एक, इस बार कपास की बुआई कम हो रही है. दो, दुनिया में अन्य फसलों की तुलना में कपास के भाव गिर रहे हैं और तीन, खाद की सप्लाई पर असर है जिसका प्रभाव कपास की खेती पर भी दिख रहा है. हालिया रकबा रिपोर्ट में भी बताया गया है कि अभी कपास की बुआई पिछड़ी हुई है जिससे पैदावार गिरने की आशंका है. ऐसे में दाम बढ़ने की संभावना अधिक है.
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अमेरिकी कृषि विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल कपास का भाव 57000 रुपये प्रति कैंडी तक जा सकता है. पिछले साल इसी अवधि में कपास का रेट 54000 रुपये से थोड़ा अधिक था.
19 अगस्त, 2023
18 अगस्त, 2023
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