महाराष्ट्र में किसान पहले ही प्याज और टमाटर की गिरती हुई कीमतों से परेशान थे मगर अब धनिया ने उनकी नाक में दम कर दिया है. यहां पर धनिया की कीमतों में तेजी से गिरावट हो रही है और यह अब मिट्टी के भाव बिक रही है.आपको बता दें कि महाराष्ट्र के कई गांवों में धनिया की खेती किसान प्रमुख तौर पर करते हैं. राज्य भारत में धनिया उत्पादन में अग्रणी राज्यों में से एक है. यहां साल 2023-24 में 9.98 किलोटन धनिया का उत्पादन हुआ था जिसकी खेती 26.9 वर्ग किमी में की जाती है. राज्य में प्रमुख धनिया उत्पादक क्षेत्रों में जुन्नार, पुरंदर, खेड़ और छत्रपति संभाजीनगर शामिल हैं.
पिछले दिनों पुणे के महात्मा फूले बाजार में धनिया के 50 हजार गुच्छे पहुंचे हैं और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कीमतों में और गिरावट होगी. महात्मा फूले बाजार में धनिया के तीन गुच्छे सिर्फ 10 रुपये में बिक रहे हैं. चारों पर तरफ धनिया के गुच्छों का ढेर लगा हुआ है. किसानों को चिंता सता रही है कि धनिया की कीमतों में अभी और गिरावट की वजह से उन्हें बड़ा नुकसान होगा. बाजार में हरा धनिया के अलावा मेथी भी भारी मात्रा में पहुंची. जहां मेथी का एक जोड़ा गुच्छा सात से 12 रुपये में बिक रहा है तो वहीं धनिया सिर्फ पांच से नौ रुपये में बिक रही है.
यह भी पढ़ें-किसानों को पीएम किसान की 20वीं किस्त का इंतजार, जानिए कब तक आएगा पैसा?
इसी तरह से रविवार को 50 हजार क्विंटल प्याज मंडी में पहुंचा है. प्याज को न्यूनतम 10 रुपये प्रति किलो और अधिकतम 16 रुपये प्रति किलो का भाव मिला. प्याज की कीमतें गिरी हैं लेकिन स्थिर हैं. वहीं किसानों और व्यापारियों को उम्मीद है कि इसमें अभी इजाफा होगा. इसी तरह से महाराष्ट्र की कई मंडियों में टमाटर, फूल और पत्तागोभी कौड़ियों के भाव बिका है. इसकी वजह से किसान अब घाटे को लेकर चिंतित हैं.
यह भी पढ़ें-किसान ने ढाई एकड़ मौसंबी के बाग पर चलाई जेसीबी, इस वजह से काट दिए 525 पेड़
मध्य प्रदेश और राजस्थान से हरी मटर पुणे पहुंची है. हरी मटर की मांग यहां पर बढ़ रही है और सप्लाई में गिरावट आ रही है. हरी मटर यहां पर 55 रुपये प्रति किलो के भाव से बिकी है. इसी तरह ये बुलढाणा और नंदुरबार जिलों से 50 टन हरी मिर्च मंडी में पहुंची.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today