फसलों के लिए फायदेमंद है कोहरादेश के लगभग सभी राज्यों में जोरदार ठंड पड़ रही है. इस ठंड और कोहरे ने एक ओर जहां आम जन जीवन को अस्त- व्यस्त कर दिया है. लोगों को ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है. साथ ही लगातार हो रहे कोहरे की वजह से हाईवे पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है. वहीं, इस मौसम ने किसानों के चेहरे पर खुशियां ला दी हैं. दरअसल, कृषि विशेषज्ञों के अनुसार राजस्थान में पड़ रही कड़ाके की ठंड रबी की फसलों जैसे गेहूं, सरसों और चना के लिए काफी फायदेमंद है.
कृषि विशेषज्ञों की मानें तो गेहूं की फसल के लिए रात का तापमान 3 से 4 डिग्री के आसपास होना चाहिए. बीते कुछ समय से लगातार गर्मी पड़ रही थी, जिससे किसान परेशान थें. लेकिन मौसम विभाग के माने तो आने वाले दिनों में भी उत्तरी हवाओं का प्रभाव राजस्थान में जारी रहेगा और सर्दी का असर बढ़ेगा, जो फसलों के लिए फायदेमंद होगा. इससे फसलों के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी. मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के अनुसार 22 दिसंबर तक वेस्टर्न डिस्टरबेंस का आंशिक असर बना रहेगा, जिससे कहीं-कहीं हल्के बादल छाए रह सकते हैं और तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जाएगी. 23 दिसंबर से सिस्टम कमजोर होने के बाद मौसम साफ होगा. राजस्थान के तापमान में 3 से 4 डिग्री की ओर गिरावट दर्ज की जा सकती है. साथ ही उत्तरी राजस्थान के कुछ जिलों में कोहरे की चादर भी नजर आएगी.
राजस्थान में सर्दी का कहर फिर से बढ़ने लगा है. बीते 24 घंटे के दौरान तापमान में गिरावट दर्ज की गई, तो रविवार की सुबह राजस्थान के लिए सबसे ठंडी सुबह रही. लंबे समय बाद राजस्थान में कोहरे की घनी चादर नजर आई. सुबह के समय तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई. सर्दी ज्यादा होने के कारण लोग आग के पास बैठे हुए दिखाई दिए. वहीं, उत्तरी हवाओं के सक्रिय होने से प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान में तेजी से गिर रहा है.
राजस्थान के डूंगरपुर और फतेहपुर सीकर क्षेत्र में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया. राजस्थान में न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री दर्ज किया गया. इसके अलावा सीकर में 5.8, अलवर में 6, करौली में 6.2, दौसा में 6.4, वर्स्थली विद्यापीठ क्षेत्र में 7.1, लूणकरणसर क्षेत्र में 7.2, चूरू में 7.6, नागौर में 8 डिग्री दर्ज किया गया. साथ ही हाईवे एक्सप्रेसवे पर विजिबिलिटी 100 मीटर की रही, जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा.
पश्चिमी विक्षोभ और कश्मीर में हो रही बर्फबारी के बाद राजस्थान सहित उत्तर भारत के मौसम में अचानक बदलाव के कारण हवाई यातायात के साथ रेल और सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ. दिल्ली से राजस्थान की तरफ आने वाली 20 ट्रेन अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं, तो दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे सहित सभी हाईवे पर वाहन रेंगते हुए नजर आए. वाहन चालकों को सुबह के समय लाइट जलानी पड़ी. बता दें कि इस सीजन का सबसे घना कोहरा रविवार को नजर आया.
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