केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2024-25 के तृतीय अग्रिम अनुमान जारी करते हुए बताया कि इस वर्ष देश में खाद्यान्न उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. अनुमानित खाद्यान्न उत्पादन 3539.59 लाख मीट्रिक टन पहुंच गया है, जो पिछले साल 3322.98 लाख टन से 6.5% ज्यादा है. यह वृद्धि किसानों की मेहनत, कृषि वैज्ञानिकों की तकनीकी सहायता और केंद्र सरकार की किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का परिणाम है.
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि इस साल धान, गेहूं, मक्का, मूंगफली, सोयाबीन जैसी प्रमुख फसलों का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है.
इसके अलावा, तूर, चना, बाजरा, गन्ना और कपास का उत्पादन भी बढ़ा है.
मंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाएं लागू की हैं. जैसे कि किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) पर सस्ते दर पर ऋण, ड्रॉप-मोर क्रॉप योजना, मैकेनाइजेशन, सस्ती खाद और उर्वरक सब्सिडी, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) आदि. इन योजनाओं के कारण किसान को उत्पादन बढ़ाने और लागत घटाने में मदद मिली है.
ये भी पढ़ें: Crop loss: नासिक जिले में बेमौसम बारिश का कहर, 3 हजार हेक्टेयर से ज्यादा प्याज बर्बाद
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दलहन और तिलहन की फसलों के उत्पादन को और बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. तिलहन का कुल उत्पादन 426.09 लाख टन अनुमानित है, जिसमें मूंगफली और सोयाबीन प्रमुख हैं.
इस वर्ष खरीफ मौसम में बुवाई के लिए खेत का क्षेत्रफल भी बढ़ा है. धान, मक्का, बाजरा, मूंग, सोयाबीन और गन्ना जैसी फसलों की उपज में भी वृद्धि हुई है, जिससे किसानों को अच्छा लाभ मिला है.
ये भी पढ़ें: महानंदा की मछलियों के DNA से होगा वार, नैनो पावर से परजीवी होंगे खाक
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उत्पादन बढ़ाना, लागत कम करना और किसानों को सही दाम देना सरकार की प्राथमिकता है. इसके लिए कई योजनाएं प्रभावी रूप से लागू की गई हैं. परिणामस्वरूप देश के खाद्यान्न भंडार भरपूर हैं और किसान खुशहाल हो रहे हैं.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today