हर खेत तक पहुंचे सिंचाई का पानी, नीतीश कुमार ने दिया अधिकारियों को निर्देश

हर खेत तक पहुंचे सिंचाई का पानी, नीतीश कुमार ने दिया अधिकारियों को निर्देश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन एवं लघु जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के लिए लक्ष्य के अनुरूप तेजी से कार्य करें.

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हर खेत तक पहुंचे सिंचाई का पानी, नीतीश कुमार ने दिया अधिकारियों को निर्देशमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन एवं लघु जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक किया. फोटो- सूचना विभाग

मॉनसून का तीसरा महीना अगस्त शुरू हो चुका है, लेकिन बिहार के लोगों को अब भी अच्छी बारिश का इंतजार है. अल्प वर्षापात के कारण धान की फसल सूख रही हैं. वहीं हर खेत तक सिंचाई की पानी पहुंचाने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में जल संसाधन एवं लघु जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने 'खरीफ सिंचाई 2023' के हालात की जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति को ध्यान में रखते हुए सिंचाई के लिए जो भी जरूरी और उपयोगी कार्य हैं. उस पर त्वरित कार्रवाई करें. पहाड़ी क्षेत्रों के निचले भागों में जल संचयन क्षेत्र विकसित किया जाए. 

बैठक में मुख्यमंत्री को जल संसाधन एवं लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने विभाग के द्वारा किए जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति की विस्तृत जानकारी दी. वहीं जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख ईश्वर चंद्र ठाकुर ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जल संसाधन विभाग के अंतर्गत किए जा रहे सिंचाई कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने सोन बराज, गंडक बराज, कोसी बराज एवं अन्य डैम / बियर से सिंचाई कार्य में लाभान्वित होने वाले जिलों की स्थिति की जानकारी दिया.

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अधिकारियों को निर्देश अधिक-से-अधिक क्षेत्रों में हो सिंचाई की बेहतर व्यवस्था

सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को कृषि कार्य में सहूलियत मिल सके. इसके लिए अधिक से अधिक क्षेत्रों में सिंचाई की बेहतर व्यवस्था कराएं. अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति को ध्यान में रखते हुए सिंचाई के लिए जो भी जरूरी और उपयोगी कार्य हैं, उस पर त्वरित कार्रवाई करें. वहीं पहाड़ी क्षेत्रों के निचले भागों में जल संचयन क्षेत्र विकसित किया जाए. आगे उन्होंने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से शुद्ध किए गए पानी का उपयोग भी कृषि कार्य के लिए कराएं. वहीं नहरों की सफाई के कार्य पर ध्यान देने की जरूरत है. हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंच जाएगा . तभी किसानों को लाभ मिलेगा.

अधिकारियों ने सीएम को दी विस्तृत जानकारी

लघु जल संसाधन विभाग की विशेष सचिव आशिमा जैन ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से लघु जल संसाधन विभाग के अंतर्गत सिंचाई के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया. उन्होंने सभी जिलों के भू-जल स्तर की स्थिति, राजकीय नलकूपों की स्थिति, जल जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत आहर, पईन, पोखर आदि में जल संचयन की वर्तमान स्थिति आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. वहीं इस मौके पर जल संसाधन एवं लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद और जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख ईश्वर चंद्र ठाकुर ने सोन बराज, गंडक बराज, कोसी बराज एवं अन्य डैम / बियर से सिंचाई कार्य के बारे में जानकारी दी. 

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बैठक में मौजूद रहे मंत्री और अधिकारी

जल संसाधन एवं लघु जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, लघु जल संसाधन मंत्री जयंत राज, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, जल संसाधन एवं लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, वित्त विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, लघु जल संसाधन विभाग की विशेष सचिव आशिमा जैन सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं अभियंता उपस्थित रहे.

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