Crop Damage: उत्तर प्रदेश में लगातार मौसम बदल रहा है. प्रदेश में बीते दो दिनों आंधी और बरसात की वजह से किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है. दरअसल, रबी की फसल गेहूं की कटाई जारी है. वहीं आम की फसल भी तैयार हो रही है. मिर्जापुर के उप निदेशक कृषि डॉ. विकेश पटेल ने किसान तक से खास बातचीत में बताया कि किसानों को विभाग की ओर से सचेत किया जा रहा है कि अगले दो दिनों तक तेज हवा के साथ बारिश की संभावना है. किसानों को बताया गया है कि जिन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी की फसल गेहूं, चना, मटर, सरसों और मसूर का बीमा कराया है. वो ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से खराब हुई फसलों की जानकारी 72 घंटे में दे सकते हैं.
उप निदेशक कृषि ने आगे बताया कि जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू है. इस योजना के तहत रबी की फसल गेंहू, जौ, चना, सरसों, मटर व अलसी की फसलों के नुकसान होने पर बीमा कंपनी द्वारा मुआवजा दिया जाता है. ओलावृष्टि, बेमौसम वर्षा और जलभराव आदि से क्षति होने पर मुआवजा दिया जाता है. उन्होंने कहा कि अगर किसान की बीमा कराई फसल बारिश खराब हो गई है, तो 72 घंटे के भीतर 18008896868 व 18002091111 पर अवगत करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि किसान की ओर से सूचना दिए जाने के बाद राजस्व विभाग और बीमा कंपनी की संयुक्त टीम मौके पर जाकर क्षति का आंकलन करती है.
डॉ. विकेश पटेल बताते हैं कि अलग-अलग राज्यों में बिजली गिरने के साथ तेज गरज से बारिश हो रही है. ऐसे में कृषि विभाग ने मिर्जापुर जिले के किसानों को सचेत करते हुए कहा कि किसान अपने फसलों की कटाई करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दें.
मौसम विभाग के मुताबिक, 19 और 20 अप्रैल को पश्चिमी यूपी में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है जबकि पूर्वी यूपी में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं. हालांकि दोनों ही दिन पश्चिमी व पूर्वी यूपी में 25 से 35 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है.
गेहूं की कटती फसल के साथ आम के लिए भी यह ओलावृष्टि नुकसानदेय साबित होगी. हालांकि जिन किसानों ने गरमा सब्जियों की खेती की हैं उनके लिए यह बारिश फायदेमंद हो सकती है. हालांकि तेज बारिश की स्थिति में किसानों को सलाह दी जाती है कि वो खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें.
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