प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरूकता के लिए फसल बीमा पाठशाला आयोजित

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरूकता के लिए फसल बीमा पाठशाला आयोजित

जालोर जिले में कृषकों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत जागरूकता अभियान के तहत सामतीपुरा रोड पर शनिधाम के पास बजाज आलयान्ज जनरल इंश्योरेंस कंपनी की ओर से एक दिवसीय फसल बीमा पाठशाला का आयोजन किया गया. इस बीमा पाठशाला में जिले के लगभग 500 कृषक महिला एवं पुरूषों ने भाग लिया

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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरूकता के लिए फसल बीमा पाठशाला आयोजितप्रधानमंत्री फसल बीमा योजना

जालोर जिले में कृषकों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत जागरूकता अभियान के तहत सामतीपुरा रोड पर शनिधाम के पास बजाज आलयान्ज जनरल इंश्योरेंस कंपनी की ओर से एक दिवसीय फसल बीमा पाठशाला का आयोजन किया गया. इस बीमा पाठशाला में जिले के लगभग 500 कृषक महिला एवं पुरूषों ने भाग लिया. 
फसल बीमा पाठशाला में  बजाज आलयान्ज जनरल इंश्योरेंस कंपनी के जिला प्रबंधक राजेन्द्र सिंह ने यहां आए कृषकों एवं अतिथियों का स्वागत करने के साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी. 

अब तक किसानों को 1622 करोड़ रुपए बीमा क्लेम दिया

कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. आर.बी. सिंह ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राजस्थान में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2016 से लागू की गई है. फसल बीमा में जालोर जिला राजस्थान में अग्रणी है. 2016 से अब तक लगभग 21 लाख किसानों के बैंक खाते में 1622 करोड़ का बीमा क्लेम बीमा कंपनियों ने भुगतान किया है.

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इसके लिए कृषकों द्वारा लगभग 200 करोड़ का बीमा प्रीमियम का भुगतान किया गया है. उन्होंने पाठशाला में उपस्थित कृषकों को बीमा पॉलिसी करवाने की विधि, कृषकों के द्वारा की जा रही गलतियों के बारे में भी बताया. 

प्रसंस्करण इकाई के लिए एक करोड़ रुपए तक की सब्सिडी 

किसानों से कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ उठाने का आग्रह करते हुए कहा कि राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार द्वारा कृषकों के हित में बीज, उर्वरक, कीटनाशी रसायन, कृषि यंत्र, खेत तलाई, सिंचाई पाइप लाइन, तारबंदी आदि योजनाओं पर किसानों को अनुदान दिया जा रहा है. राजस्थान कृषि प्रसंस्करण, व्यवसाय एवं निर्यात नीति 2019 के तहत राज्य सरकार कृषकों को प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने के लिए एक करोड़ तक का अनुदान दे रही है. साथ ही ऋण राशि की ब्याज दर पर राज्य सरकार द्वारा 5 प्रतिशत एवं केन्द्र सरकार द्वारा 3 प्रतिशत की छूट दी जा रही है. 

संगठित होकर लाभ उठाएं किसान

बीमा पाठशाला में कृषकों को स्वयं सहायता समूह एवं फार्मर प्रोड्यूजर कंपनी का गठन कर संगठित होकर सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने का सुझाव दिया गया. 
एसबीआई लीड बैंक मैनेजर तेज जलोथरिया ने किसानों को लोन सुविधा लेने के लिए आवेदन की प्रक्रिया, प्रधानमंत्री सुरक्षा योजना, जीवन ज्योति योजना के लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी.

आत्मा के उप परियोजना निदेशक जितेन्द्र सिंह शेखावत ने किसानों को आत्मा योजना के तहत संचालित कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी.

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पाठशाला के दौरान प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन कर उपस्थित कृषकों से फसल बीमा एवं कृषि विभाग की योजनाओं से संबंधित प्रश्न पूछे गए तथा सही उत्तर देने वाले कृषकों को उपहार देकर सम्मानित किया गया. बीमा कंपनी के प्रतिनिधि राघवेन्द्र सिंह ने कृषकों एवं उपस्थित अतिथियों का धन्यवाद व्यक्त किया गया. 

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