बीते दो दिन से प्रदेशभर में जारी आंधी-बारिश और ओलावृष्टि से फसलों में भी भारी नुकसान हुआ है. सबसे ज्यादा असर सब्जी, कपास और श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में किन्नू की फसल को हुआ है. हनुमानगढ़ जिले में एक मोटे अनुमान के मुताबिक 60 हजार हेक्टेयर में कपास की फसल खराब हुई है. वहीं, गंगानगर में किन्नू के बाग उजड़ गए हैं. तापमान में भी 10 डिग्री से ज्यादा की गिरावट हुई है. ओलावृष्टि और बारिश से खेतों में पानी भर गया. तेज आंधी से कपास की फसल लेट गई. हनुमानगढ़ में कपास में 10 से 100 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है.
वहीं, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में किन्नू में भी 50 से 100 फीसदी तक नुकसान हुआ है.
श्रीगंगानगर में रहने वाले किन्नू किसान रोजपाल किसान तक को बताते हैं कि उनके 25 बीघा में किन्नू का बाग है. पिछले दो दिन में हुई बारिश और ओलावृष्टि से मेरे बाग में 50 से 70 प्रतिशत तक का नुकसान हुआ है. वहीं, अन्य किसानों के कई बाग में 100 फीसदी तक नुकसान है. रोजपाल ने पांच साल पहले ये बाग लगाया था.
वहीं, हनुमानगढ़ के किसान विजेन्द्र सिंह का कहना है कि हनुमानगढ़ में कम संख्या में किन्नू के बाग हैं, लेकिन उनमें पूरी तरह से बर्बादी हुई है. वे बताते हैं कि फिलहाल किन्नू में फ्रूट आ रहे थे. पहले तेज गर्मी और बारिश से फूल झड़ गया था. अब अंधड़ से फल पूरी तरह गिर गया है.
राजस्थान में गुरूवार रात और शुक्रवार को 90 से 100 किमी की रफ्तार से अंधड़ आया था. इससे पूरे राज्य में सब्जी की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. फसलें लेट गई हैं. फल पौधों से झड़ गए हैं. भरतपुर, धौलपुर, करौली, हनुमानगढ़, जयपुर, श्रीगंगानगर, जोधपुर के साथ-साथ 10 से अधिक जिलों में बागवानी खेती में बड़ा नुकसान है.
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कृषि विभाग के प्रारंभिक सर्वे के मुताबिक अकेले हनुमानगढ़ जिले में नरमा कपास का 60 हजार हेक्टेयर क्षेत्र खराब हो गया है. इसमें हनुमानगढ़ तहसील में 15,544 हेक्टेयर, टिब्बी तहसील में 20,670 हेक्टेयर में 20 से सौ फीसदी तक नुकसान देखा गया है. इसके अलावा संगरिया में 9,924 हेक्टेयर, पीलीबंगा में 6,365 हेक्टेयर, रावतसर में 5500 हेक्टेयर, पल्लू एरिया में 325 हेक्टेयर में सौ प्रतिशत नुकसान है.
वहीं, नोहर तहसील में 2590 हेक्टेयर में 20 से सौ फीसद नुकसान की रिपोर्ट कृषि विभाग ने बनाई है. नुकसान की सूची जयपुर कृषि विभाग में भेज दी गई है.
किसान तक ने मौसम केन्द्र, जयपुर के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा से बात की. उन्होंने बताया, “अगले दो दिन के लिए भी हमने ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ है. इसका असर जयपुर, भरतपुर, बीकानेर और अजमेर संभाग के 10 जिलों में रहेगा. करीब 60 किमी की रफ्तार से हवाएं चलने का पूर्वानुमान है. साथ ही मेघगर्जन के साथ तेज बारिश और कहीं-कहीं ओलोवृष्टि की संभावना भी जताई है.”
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इतना बड़ा अंधड़ क्यों आया के जवाब में राधेश्याम कहते हैं, “ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी सप्लाई हो रही है. वहीं, पाकिस्तान के ऊपर एक सर्कुलेशन सिस्टम पहले से ही बना हुआ था. एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम ने भयानक रूप लिया है. हमारी अपील है कि लोग खुद का बचाव करें. पेड़ों- कच्चे घरों के आसपास ना रहें.”
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