मध्य प्रदेश के रायसेन में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया. यहां देवरी तहसील के केकड़ा गांव निवासी कल्ला रजक मूंग कै पैसे का भुगतान नहीं होने पर खुदकुशी करने पर उतारू हो गए. बाद में प्रशासन ने समझा-बुझा कर उन्हें मनाया और आत्महत्या करने से रोका. यह पूरा मामला रायसेन कलेक्ट्रेट परिसर का है जहां किसान कल्ला रजक मूंग की राशि के भुगतान के लिए पहुंचे थे. उनकी शिकायत है कि सरकारी खरीद केंद्र पर उनसे मूंग की खरीद कर ली गई, मगर अभी तक उन्हें उपज का भुगतान नहीं किया गया है. वे इससे परेशान होकर आत्महत्या जैसी घटना को अंजाम देने पर आमादा हो गए, लेकिन उन्हें मना लिया गया.
रायसेन के केकड़ा गांव का यह अकेला मामला नहीं है. यहां के 10 किसानों की मूंग फसल का भुगतान नहीं हुआ है. इसमें सबसे ज्यादा मुश्किल में कल्ला रजक रहे जिन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंच कर खुदकुशी करने की कोशिश की. किसान कल्ला रजक पेड़ पर चढ़ गए और गले में गमछा बांध कर फांसी लगाने की कोशिश की. अधिकारियों के समझाने पर कल्ला रजक नीचे उतरे और आत्महत्या का विचार टाला.
यह मामला रेवा वेयरहाउस देवरी का है जहां 10 किसानों का 229 क्विंटल मूंग खरीदी के भुगातन का मामला अभी तक पेंडिंग है. कलेक्टर ने DMO कल्याण सिंह ठाकुर को तत्काल प्रभाव से भुगतान करने का आदेश दिया है. लेकिन अभी तक कई किसानों को मूंग का पैसा नहीं मिला है जिससे वे परेशान हैं. किसान कल्ला रजक की खुद की मूंग का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है. उनकी 40 क्विंटल मूंग की उपज फंसी है जिसके लिए परेशान हैं और खुदकुशी करने की कोशिश की.
किसान कल्ला रजक के साथ कलेक्ट्रेट में और भी कई किसान पहुंचे थे. किसानों ने पहले तो कलेक्टर से मूंग की राशि का भुगतान करने का निवेदन किया. बाद में उन किसानों में एक कल्ला रजक परिसर में ही एक पेड़ पर चढ़ गए गले में गमछे का फंदा लगा लिया. हालत बिगड़ती देख अधिकारियों ने उन्हें समझाया और पेड़ से नीचे उतारा. बाकी किसानों ने उन्हें परिसर में ही एक बेंच पर बिठाया और सांत्वना दिलाया. किसान के साथ उनका बेटा भी कलेक्ट्रेट में आया था. और भी किसान विरोध की इस मुहिम में शामिल थे.
पड़े पर चढ़े किसान को कलेक्टर ने भरोसा दिलाया कि मूंग का पैसा आज ही जारी कर दिया जाएगा. इस आश्वासन के बाद किसान कल्ला रजक पेड़ से नीचे उतरे. उसके बाद लोगों ने उन्हें ठंडा पानी पिलाया और मामला शांत कराया. फिर कागजी जांच-पड़ताल के बाद किसान की मूंग फसल का पैसा जारी करने का आदेश दे दिया गया. किसान कल्ला रजक ने 'आजतक' को बताया कि एक से डेढ़ महीने हो गए लेकिन उनकी उपज की बिलिंग नहीं हो रही है. कई अधिकारियों के पास गए, कृषि मंत्री के यहां से भी हो आए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
किसान कल्ला रजक ने कहा कि उन्होंने 40 क्विंटल मूंग की उपज बेची है और उनकी तरह 10 किसान हैं जिन्होंने अपनी उपज को मंडी में बेचा है. लेकिन अभी तक उन्हें पैसा नहीं मिला है. किसान ने कहा, प्रशासन ने कहा है कि आज पैसा जारी कर देंगे. अगर पैसा जारी नहीं होता है तो कल फांसी लगा लेंगे. किसान ने कहा कि फसल बिक्री की रसीद उनके पास है. इस मामले में रायसेन के डीएओ कल्याण सिंह ठाकुर ने कहा कि किसान की उपज की बिलिंग में दिक्कत है. ऐसे 10 किसान हैं जिनकी बिलिंग नहीं हो पाई है. इसके पीछे समिति को दोषी ठहराया जा रहा है. डीएमओ ने कहा कि मामले की जांच चल रही है, इस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी.(राजेश रजक की रिपोर्ट)
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