गन्ना रेट को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन तेज, 10 जनवरी को शुगर मिलों में तालाबंदी की चेतावनी

गन्ना रेट को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन तेज, 10 जनवरी को शुगर मिलों में तालाबंदी की चेतावनी

सरकार ने पुराने दाम 362 रुपये प्रति क्विंटल के आधार पर ही गन्ना खरीदने की अधिसूचना जारी की हुई है. इस अधिसूचना के बाद किसानों का रोष बढ़ता जा रहा है. किसान अब 450 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने की फसल के रेट की मांग कर रहे हैं. मांग नहीं मानने पर मिलों को बंद करने की चेतावनी दी है.

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गन्ना रेट को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन तेज, 10 जनवरी को शुगर मिलों में तालाबंदी की चेतावनीगन्ने का रेट बढ़ाने के लिए करनाल में किसानों का प्रदर्शन

हरियाणा में गन्ने का रेट बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है. गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन चढूनी (बीकेयू चढ़ूनी) के बैनर तले किसानों ने प्रदेश की सभी शुगर मिलों में दो घंटे के लिए गन्ने की सप्लाई रोक दी. शुगर मिलों के बाहर प्रदर्शन किया गया. किसानों ने चेतावनी दी कि अगर नौ जनवरी तक कोई हल नहीं निकला तो 10 जनवरी को करनाल में महापंचायत करके शुगर मिलों की तालाबंदी की जाएगी.

रोहतक में आनंदपुर भाली शुगर मिल में भारी संख्या में किसान इकट्ठा हुए और उन्होंने दो घंटे के लिए गन्ने की सप्लाई और तोल बंद करवा दिया. उसके बाद शुगर मिल के बाहर ही किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया और गन्ने का रेट  450 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने की मांग की. 

क्या कहा किसानों ने

बीकेयू चढ़ूनी की प्रदेश महिला अध्यक्ष सुमन हुड्डा का कहना है कि अभी सरकार को चेतावनी देने के लिए 2 घंटे का तोल बंद और गन्ने की सप्लाई बंद की गई है. अभी पांच जनवरी से नौ जनवरी तक पूरे हरियाणा की शुगर मिलों के बाहर सुबह 10 से शाम पांच बजे तक धरने लगाए जाएंगे. अगर सरकार ने फिर भी गन्ने के रेट में बढ़ोतरी नहीं की तो 10 जनवरी को करनाल में अनाज मंडी में महापंचायत करके शुगर मिल में तालाबंदी का बड़ा फैसला लिया जा सकता है. 

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बीकेयू चढ़ूनी की महिला अध्यक्ष ने कहा कि गन्ने का रेट आज भी 362 रुपये है जबकि पिछले साल भी यही था. दूसरी ओर महंगाई लगातार बढ़ रही है. गन्ने के उत्पादन में खर्चा बढ़ा है, लेकिन गन्ने का रेट रुपये में नहीं बढ़ाया गया जिसको लेकर अब किसानों ने कड़े फैसले लेने का निर्णय लिया है. गन्ने पर लागत ज्यादा आ रही है जबकि भाव कम मिल रहे हैं. हमारी मांग है कम से कम गन्ने का भाव 450 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए.

विधान सभा में गन्ने के भाव बढ़ाने को लेकर भी सवाल उठाया गया था. वहीं किसान लगातार गन्ने के रेट बढ़ाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. हरियाणा सरकार ने इसको लेकर कृषि मंत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है जो 15 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी. लेकिन तब तक किसानों ने आंदोलन को धीरे-धीरे तेज करने का निर्णय लिया है. इसके बाद 10 जनवरी को किसी बड़े आंदोलन का ऐलान भी किया जा सकता है.

टोल प्लाजा पर प्रदर्शन

भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को पंजाब के 18 जिलों में कुल 31 टोल प्लाजा पर धरना प्रदर्शन किया. पंजाब में अनेक टोल प्लाजा पर पहले से ही किसान मजदूर संघर्ष कमेटी और भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां की ओर से अपने-अपने स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. जिन टोल प्लाजा पर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से धरने चल रहे थे, उन टोल प्लाजा पर भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां की ओर से किसान मजदूर संघर्ष कमेटी को अपना समर्थन दिया गया. 

रोहतक में विरोध प्रदर्शन

भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के सदस्यों ने करनाल सहकारी शुगर मिल परिसर में दोपहर 12 से दो तक के लिए धरना प्रदर्शन किया. शुगर मिल में धरने पर बैठे किसानों ने बातचीत में चेतावनी देते हुए कहा यदि नौ जनवरी तक सरकार ने मांग नहीं मानी तो 10 जनवरी को करनाल की अनाज मंडी में किसान महापंचायत कर आंदोलन की घोषणा कर सकते हैं.

करनाल में धरने प्रदर्शन के दौरान भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने शुगर मिल के तोल कांटे पर दो घंटे का संकेतिक धरना दिया. इसके चलते किसानों का गन्ना पिराई के लिए मिल में नहीं पहुंचा. धरना प्रदर्शन के दौरान भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार से गन्ने की कीमतों को तुरंत प्रभाव से बढ़ाने की भी मांग की.

किसानों की ये है मांग

भारतीय किसान यूनियन चढूनी से जुड़े किसानों ने कहा कि सरकार हर वर्ष गन्ने का रेट बढ़ाती है, लेकिन इस गन्ना पिराई सत्र में सरकार ने गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया. इसके लिए किसान काफी समय से रेट बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. वहीं गुरुवार को जिले भर के किसानों ने गन्ने के रेट को बढ़ाकर 450 रुपये करने की मांग को लेकर सहकारी शुगर मिल में 2 घंटे के लिए धरना प्रदर्शन किया.

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प्रदर्शन कर रहे किसानों का यह भी कहना है कि आने वाले पांच दिनों तक भारतीय किसान यूनियन के सदस्य शुगर मिल गेट के बाहर बैठकर अपनी मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन करेंगे. अगर फिर भी सरकार गन्ने की फसल का रेट नहीं बढ़ाती है तो चढूनी ग्रुप ने 10 जनवरी को करनाल में प्रदेश स्तरीय मीटिंग बुलाई है. इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी गन्ने के रेट को बढ़ाने के लिए बड़े आंदोलन करने की घोषणा कर सकते हैं. सरकार ने पुराने दाम 362 रुपये प्रति क्विंटल के आधार पर ही गन्ना खरीदने की अधिसूचना जारी की हुई है. इस अधिसूचना के बाद किसानों का रोष बढ़ता जा रहा है. किसान अब 450 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने की फसल के रेट की मांग कर रहे हैं.(रोहतक से सुरेंद्र सिह और करनाल से कमाल की रिपोर्ट)

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