Haryana Crop Loss: इस साल मॉनसून में हुई भारी बारिश और बाढ़ से हरियाणा के किसानों को बड़ा नुकसान हुआ. ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 23 जिलों के 5.03 लाख किसानों ने लगभग 30 लाख एकड़ जमीन पर फसल खराब होने का दावा दर्ज कराया है.
Paddy Crop: करनाल के पुंड्रक गांव में किसान सतीश ने कीट और बारिश से खराब हुई 5 एकड़ धान की खड़ी फसल को ट्रैक्टर से नष्ट कर दिया. फसल में दाना न होने और लाखों का नुकसान झेलने पर किसान ने नाराजगी जताई और सरकार से मुआवजे की मांग की.
HAU ने गेहूं की नई किस्म wh 1309 तैयार की है. इस किस्म के दाने मोटे और चमकीले होते हैं. गेहूं की इस नई वैरायटी की पछेती बिजाई करने वाले हरियाणा के किसानों को अधिक लाभ मिलेगा. यह किस्म पीला रतुआ, भुरा रतुआ और अन्य बीमारियों के प्रति रोगरोधी है.
हरियाणा के किसानों को धान का पैसा बिक्री के 72 घंटे में मिल जाएगा, वह भी डीबीटी के जरिये सीधे बैंक खाते में. यह निर्देश प्रदेश के खाद्य मंत्री राजेश नागर ने दी. उन्होंने कहा कि किसानों की उपज का उठान 72 घंटे में किया जाना चाहिए और मंडी में किसान को पूरी सुविधा मिलनी चाहिए.
हरियाणा में भारी बारिश और जलभराव से किसानों की फसलों का काफी नुकसान हुआ है. इसको लेकर अब सीएम नायब सिंह सैनी ने जानकारी दी है कि राज्य में 9.96 लाख एकड़ फसल के नुकसान के लिए क्षतिपूर्ति का दावा करने के लिए कुल 1.69 लाख किसानों ने वेब पोर्टल पर पंजीकरण कराया है.
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