Rohtak News: दो हजार क्विंटल गेहूं की ढेर में लगी आग, किसान और आढ़तियों की मदद से टला बड़ा हादसा

Rohtak News: दो हजार क्विंटल गेहूं की ढेर में लगी आग, किसान और आढ़तियों की मदद से टला बड़ा हादसा

हरियाणा की मंडियों में अभी गेहूं की आवक तेज है. किसान एमएसपी पर अपना गेहूं बेचने के लिए मंडियों में ला रहे हैं. कुछ अनाज की तुलाई हो चुकी है जबकि कुछ अनाज बिना तौले हुए बोरियों में रखा गया है. शुक्रवार को इन्हीं बोरियों में आग लग गई जिसमें 2000 क्विंटल तक गेहूं रखा गया था.

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Rohtak News: दो हजार क्विंटल गेहूं की ढेर में लगी आग, किसान और आढ़तियों की मदद से टला बड़ा हादसारोहतक की एक मंडी में बड़ा हादसा होने से टल गया

रोहतक में गोहाना के गांव रूखी में शुक्रवार को बड़ा हादसा हुआ. यहां गेहूं खरीद केंद्र में गेहूं की बोरियों में अचानक आग लगने का मामला सामने आया. शुक्रवार दोपहर बाद रूखी के अस्थाई मंडी में करीब दो हजार क्विंटल गेहूं के ढेर में अचानक आग लग गई. जब आसपास काम कर रहे मजदूरों और आढ़तियों ने गेहूं के ढेर से धुंआ उठते देखा तो इसे बुझाने में लग गए. फिर काफी मशक्कत के बाद आढ़ती और मजदूरों की बदौलत दो हजार क्विंटल गेहूं आग से राख होने से बच गया. 

आग बुझाने में लगे आढ़तियों के अनुसार कोई बाइक सवार बीड़ी पीने के बाद जलती तीली फेंक गया जिसके कारण आग लगी. वहीं भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसान नेता भी मौके पर पहुंच गए. फिर सभी लोगों ने मिलजुल कर गेहूं में लगी आग को बुझाने की कोशिश की. इस बीच गेहूं की खरीद को लेकर मंडी में जमक राजनीति भी हुई. रूखी मंडी में आढ़तियों और किसान नेता सत्यवान नरवाल ने सरकार पर गेहूं के उठान नहीं करने का आरोप लगाया.

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किसानों का आरोप

गेहूं खरीद में ढिलाई का आरोप लगाते हुए किसान नेता सत्यवान नरवाल ने कहा कि सरकार दावा करती है गेहूं खरीद करने के बाद उसकी पेमेंट 72 घंटे में हो जाएगी. मगर सच्चाई यह कि अब तक गेहूं खरीद नहीं होने से उठान ही नहीं हो पाया है. लाखों टन गेहूं मंडियों में आ चुका है, मगर उठान नहीं हुआ है. आज आग लगने, चोरी होने या बारिश की वजह से गीला होकर गेहूं खराब हो जाता है, तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. गेहूं के इस नुकसान की भरपाई भी आढ़ती और किसान को करना होगा. 

किसान नेता नरवान ने कहा, सरकार कहती है कि जब तक किसान का खरीदा हुआ गेहूं गोदाम तक नहीं पहुंच जाता, तब तक पेमेंट नहीं होगी. लेकिन समय पर गेहूं की खरीद नहीं हो रही तो इसमें किसान का क्या दोष है? गेहूं खरीद होने के बाद भी किसान को पेमेंट समय पर नहीं दी जा रही है.

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क्या कहा कृषि मंत्री ने

उधर करनाल पहुंचे कृषि मंत्री जेपी दलाल ने HARYANA TAK से बातचीत में कहा कि प्रदेश भर की मंडियों में चल रही गेहूं की खरीद इस बार पहले से ज्यादा होगी. यह बात ऐसे समय में सामने आई है जब किसान और किसान संगठनों के नेता हरियाणा सरकार पर गेहूं की खरीद में ढिलाई बरतने का आरोप लगा रहे हैं. किसानों का यह भी आरोप है कि नमी बताकर गेहूं की एमएसपी में कटौती की जा रही है. हालांकि हरियाणा सरकार ने कहा है कि खराब गेहूं की एमएसपी में जो कटौती होगी, उसकी भरपाई सरकार अपने हिस्से से करेगी, इसलिए गेहूं के दाम को लेकर किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है.

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