हरियाणा के करनाल में गन्ना रेट बढ़ाने का मुद्दा गंभीर होता जा रहा है. कई दिनों से किसान गन्ना के रेट बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. कई बार धरना प्रदर्शन और आंदोलन के बावजूद अभी तक गन्ना के रेट नहीं बढ़ाए गए हैं. करनाल के किसानों ने 19 जनवरी को बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है. भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि महीनों से गन्ना रेट बढ़ाने को लेकर किसान अपनी मांग सरकार के सामने रख रहे हैं. किसान शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. धरना-प्रदर्शन से अपनी बात मनवाने की कोशिश कर रहे हैं. अब किसानों ने फैसला किया है कि 19 जनवरी को वे मुख्यमंत्री आवास पर पंचायत करने पहुंचेंगे और गन्ना के रेट बढ़ाने की मांग करेंगे.
नए फैसले के तहत गन्ने के रेट की वृद्धि की मांग को लेकर 19 जनवरी को 101 पंच किसान हरियाणा के मख्यमंत्री निवास संत कबीर कुटीर पर पंचायत करने पहुंचेंगे. भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रत्न मान ने HARYANA TAK से खास बातचीत में जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश भर में गन्ने के रेट बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों द्वारा आंदोलन चलाया गया है. शांतिपूर्ण तरीके से किसान धरने प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक गन्ने के रेट में वृद्धि नहीं की गई है.
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ऐसे में भारतीय किसान यूनियन ने फैसला लिया है कि 19 जनवरी को 101 किसान पंच मुख्यमंत्री निवास संत कबीर कुटीर पर पंचायत व्यवस्था की तरह पहुंचगे और गन्ने का रेट बढ़ाने की मांग करेंगे. भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसान के एक हाथ में गन्ना होगा और दूसरे हाथ में तिरंगा झंडा होगा. किसान गन्ना और तिरंगा लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात करके गन्ने के रेट में वृद्धि की माग करेंगे.
किसानों का कहना है कि हरियाणा में युगों-युगों से पंचायती व्यवस्था है. इसलिए उसी व्यवस्था के तहत सरकार से गन्ना रेट बढ़ाने का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. इसमें किसान पंच के रूप में मुख्यमंत्री आवास के सामने अपनी बात रखेंगे. इन नए तरह के आंदोलन में किसान मुख्यमंत्री आवास पर जाएंगे जिनके एक हाथ में गन्ना और दूसरे हाथ में तिरंगा या संगठन का झंडा होगा. यह विरोध प्रदर्शन बिल्कुल शांतिपूर्ण होगा.
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किसानों का कहना है कि देश में सात परसेंट तक महंगाई बढ़ गई है, लेकिन गन्ना का रेट जस का तस बना हुआ है. भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) की तरफ से इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन होने जा रहा है. इसलिए प्रदर्शन में वही किसान आएंगे जो अराजनैतिक संगठन से जुड़े होंगे. अभी हाल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत से मिले थे. इस पर एक सवाल उठा है कि क्या कांग्रेस या राहुल गांधी का समर्थन 19 जनवरी के किसान पंचायत को मिलेगा. इस पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रत्न मान ने कहा कि समर्थन लेने देने जैसी कोई बात नहीं है. लेकिन राहुल गांधी से कहा गया है कि जिन प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार है, वहां किसानों के मुद्दे सुलझाए जाएं. हिमाचल प्रदेश में नई सरकार बनी है जहां सेब का मुद्दा है. कांग्रेस से वहां के किसानों के मुद्दे को सुलझाने की मांग की गई है.
किसानों का कहना है कि लगभग ढाई महीने से किसान सड़कों पर हैं. दो चरण के आंदोलन हो चुके हैं. पहले सरकार को गन्ना रेट बढ़ाने के लिए ज्ञापन दिया गया. लेकिन सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही है. इसे देखते हुए भारतीय किसान यूनियन ने 19 जनवरी को किसान पंच बुलाने का निर्णय लिया है. इसमें 101 किसान पंच हिस्सा लेंगे. ये किसान मुख्यमंत्री आवास में पंचायत करेंगे और मुख्यमंत्री से सीधी बात करेंगे. किसानों का कहना है कि सरकार को ये देखना चाहिए कि पंजाब में गन्ने का क्या रेट है और हरियाणा में क्या है.(कमाल की रिपोर्ट)
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