सीएम ने दिए फसल सर्वे के निर्देश (सांकेतिक तस्वीर)गुजरात में हाल ही में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. राज्य के 33 जिलों की 239 तहसीलों में हुई भारी बारिश से करीब 10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने किसानों के नुकसान का आकलन करने के लिए तत्काल सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं. राज्य के कृषि मंत्री और सरकार के प्रवक्ता जीतू वघानी ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में पिछले एक सप्ताह में हुई बारिश से फसलों को हुए नुकसान पर चर्चा की गई.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि एसडीआरएफ (राज्य आपदा राहत कोष) के दिशा-निर्देशों के अनुसार सात दिनों के भीतर सर्वे पूरा कर लिया जाए, ताकि प्रभावित किसानों को शीघ्र वित्तीय सहायता मिल सके.
वघानी ने बताया कि सरकार एसडीआरएफ के तहत मिलने वाली सहायता के अलावा अतिरिक्त मदद देने पर भी विचार कर रही है. सर्वेक्षण के लिए लेटेस्ट तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि नुकसान का सटीक आकलन हो सके और राहत राशि बांटने में देरी न हो. साथ ही फसलों की भौतिक जांच भी की जाएगी.
कृषि विभाग ने खेतों में खड़ी फसलों की सुरक्षा के लिए विशेष “एग्रो एडवाइजरी” भी जारी की है. मुख्यमंत्री पटेल ने सभी मंत्रियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं. वहीं, वे गांधीनगर से पूरे हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं. बेमौसम बारिश से खासतौर पर कपास, मूंगफली और धान की फसल को नुकसान पहुंचा है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक झटका लगा है.
उधर, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अरब सागर के पूर्व-मध्य क्षेत्र में बना दबाव का क्षेत्र फिलहाल स्थिर है और अगले 36 घंटों में उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. इसके असर से गुजरात में 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगह भारी बारिश हो सकती है. अगले चार दिनों तक राज्य में बिजली चमकने और गरज-चमक के साथ बारिश के आसार हैं.
आईएमडी के डिवीजन एग्रामेट ने किसानों को सलाह दी है कि वे पकी हुई धान, मूंगफली, सोयाबीन और सब्जियों की कटाई केवल साफ मौसम में करें और उपज को सुरक्षित स्थान पर रखें. खेतों से अतिरिक्त पानी की निकासी की व्यवस्था करें. इसके अलावा मछुआरों को 2 नवंबर तक समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है, क्योंकि अरब सागर और गुजरात तट पर समुद्र में ऊंची लहरें और तेज हवाएं चलने की संभावना है. (पीटीआई के इनपुट के साथ)
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