झारखंड में विधानसभा चुनावों की घोषणा होने से पहले ही राजनीतिक घमासान मचा हुआ है. पहले चंपाई सोरेन, उसके बाद लोबिन हेम्ब्रम भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं. इस तरह से चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी अपना कुनबा मजबूत करने में लगी हुई है. कोल्हान से साथ-साथ संथाल में भी बीजेपी इस बार सीटों की संख्या बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रही है. झारखंड विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के लिए संथाल और कोल्हान दोनों ही प्रमंडल में सीटों की संख्या बढ़ानी होगी.
वहीं दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) में घमासान मचा हुआ है. ऐसा कहना है पार्टी छोड़कर हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए लोबिन हेम्ब्रम का. बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने हेमंत सोरेन और जेएमएम पर निशाना साधा है. लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि जेएमएम के अंदर भारी असंतोष है. इसके चलते कई विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने हेमंत सोरेन पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जेएमएम के सभी विधायक अभी शांत बैठे हुए हैं, लेकिन जल्द ही तूफान आने वाला है.
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जिस वक्त पहली बार बीजेपी में शामिल होने से पहले चंपाई सोरेन कोलकाता के रास्ते दिल्ली गए थे, उस वक्त भी मीडिया में यह खबरें आई थीं कि चंपाई सोरेन के लाथ लगभग दर्जनभर विधायक हैं जो पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हैं. इस दौरान कई विधायकों के नाम भी सामने आए थे. हालांकि चंपाई सोरेन ने बाद में खुद से ही स्पष्ट किया था कि वो अकेले ही बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. लेकिन जिस तरह से उस समय यह बात उठी थी और अभी यह बात उठ रही है, तो ऐसे में सवाल यही उठता है क्या वाकई पार्टी के अंदर सबकुछ सही चल रहा है या फिर कुछ गड़बड़ है.
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इधर बीजेपी जोर शोर से चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है. पार्टी के बढ़ते कुनबे के बीच आज रांची में बीजेपी चुनाव समिति की बैठक होती है. चुनाव सह प्रभारी और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा इस बैठक में शामिल होने के लिए रांची पहुंच चुके हैं. इस बार बीजेपी के साथ आजसू, जेडीयू और एलजेपी भी हैं. जेएमएम के दो नेता भी बीजेपी में शामिल हुए हैं. ऐसे में सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी में भी मुश्किलें हो सकती है क्योंकि संथाल और सरायकेला की इन सीटों पर बीजेपी के नेता सीट की आस में काम कर रहे थे, उन्हें निराशा हो सकती है.
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