प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को श्रीनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित किया. यहां पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के अपने सरकार के वादे को दोहराया और लोगों को भरोसा दिलाया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस वादे को पूरा करेगी. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को आतंक से मुक्त बनाने के लिए बीजेपी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. इस साल पीएम मोदी का यह तीसरा कश्मीर दौरा है. आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर से विधानसभा चुनावों का आगाज हो गया है. पहले चरण के मतदान के बाद अब 25 सितंबर को दूसरे चरण का और 1 अक्टूबर को तीसरे और आखिरी चरण का मतदान होना है.
पीएम मोदी ने श्रीनगर में 30 हजार लोगों को संबोधित किया. केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कश्मीर में बीजेपी उम्मीदवारों के लिए यह पीएम मोदी की पहली रैली थी. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बंपर वोटिंग ने पत्थरबाजी और आतंकवाद से सहानुभूति रखने वाली पार्टियों को नकार दिया है. शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में हुई उनकी रैली में लोगों का हुजूम उमड़ा था. यहां पर पीएम मोदी ने लोगों को भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार स्थानीय रोजगार पैदा करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. उन्होंने कहा, 'यह मेरी प्रतिज्ञा है कि नई पीढ़ी तीन परिवारों के शासन में पीड़ित नहीं होगी.'
साल 2019 के बाद से हुए सकारात्मक बदलावों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में सभी स्कूल और कॉलेज अब सामान्य रूप से काम कर रहे हैं. युवा पत्थर नहीं, कलम लेकर चल रहे हैं. स्कूलों को जलाए जाने की खबरें सुनने के बजाय, अब हम एम्स, आईआईटी और अन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण के बारे में सुनते हैं.' कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि इन तीनों पार्टियों और परिवारों ने अपने फायदे के लिए लोकतंत्र और कश्मीरियत को कुचल दिया है. पीएम मोदी ने यहां पर अस्थिरता में इन सरकारों की भूमिका की आलोचना की.
उन्होंने कहा, '35 साल तक कश्मीर 3,000 दिनों तक बंद रहा, लेकिन साल 2019 से यह आठ घंटे के लिए भी बंद नहीं हुआ है. क्या आप हड़ताल के उन दिनों में वापस जाना चाहते हैं?' पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के अपने सरकार के वादे को भी दोहराया, लोगों को भरोसा दिया कि बीजेपी इस वादे को पूरा करेगी. उन्होंने जनता को 25 सितंबर को होने वाले चुनाव के दूसरे चरण में पिछले मतदान रिकॉर्ड तोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया.
जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. तीन चरणों के मतदान के बाद 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी. चुनाव आयोग के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 24 विधानसभा सीटों पर करीब 61 प्रतिशत मतदान हुआ है. सबसे ज्यादा मतदान इंद्रवाल सीट पर करीब 82 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि किश्तवाड़ सीट पर लगभग 78 प्रतिशत मतदान हुआ. यह आंकड़ा पिछले सात चुनावों में सबसे अधिक है.
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