दूध से रेबीज फैलने के खतरे से दहशत में लोगपश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां गांव वालों ने गाय के दूध से प्रसाद बनाकर खाया. बाद में कुत्ते के काटने से जैसे ही गाय की मौत हुई, हेल्थ सेंटर पर टीका लगवाने के लिए भीड़ लग गई. लोग रेबीज का टीका लगाने के लिए हेल्थ सेंटरों पर जमा हो गए. इससे पूरे सेंटर पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया.
पूरा मामला क्या है, ये जान लेते हैं. एक अनुष्ठान में गांव वालों ने गाय के दूध से प्रसाद बनाया. फिर सबने श्रद्धा से खाया. लेकिन अगले ही दिन गाय मर गई. यह घटना वेस्ट मिदनापुर के डेबरा के पासांग गांव की है. गाय के मरते ही पूरे गांव में दहशत फैल गई. यह तो पक्का पता नहीं है कि गाय को रेबीज था या नहीं, लेकिन टीका लगवाने के लिए हेल्थ सेंटर पर लंबी लाइन लग गई. आखिर में 222 लोगों को रेबीज का टीका लगाया गया.
हेल्थ डिपार्टमेंट के सूत्रों के मुताबिक, पिछले गुरुवार को पूर्णिमा पूजा के मौके पर पासांग गांव के ऋषिकेश मैती के घर पर दही में कच्चा दूध प्रसाद के तौर पर चढ़ाया गया था. घर में सबने वह प्रसाद खाया. रात में अचानक गाय बीमार पड़ गई. ऋषिकेश मैती ने एक लोकल डॉक्टर को बुलाया.
शुक्रवार सुबह उसने लोकल डेयरी फार्म एसोसिएशन को पूरी बात बताई. वहां से जानवरों के डॉक्टर को बुलाया गया. उसने गाय को देखा और कहा कि उसे रेबीज है. यह खबर फैलते ही दहशत फैल गई. उसके बाद शुक्रवार रात गाय की मौत हो गई.
ऋषिकेश मैती एसोसिएशन में गाय का दूध बेचता था. गांव वाले वहीं से दूध लेते थे. कई लोगों ने वह दूध पिया है. गाय में रेबीज की खबर सामने आने के बाद मैती परिवार के 11 सदस्यों ने सबसे पहले डेबरा हॉस्पिटल जाकर वैक्सीन लगवाई. उसके बाद गांव वालों की भीड़ लग गई.
गांव वालों का दावा है कि गांव के कई लोगों ने उस गाय का दूध पिया है. उन्होंने उस दूध से रस पूर्णिमा का प्रसाद भी बनाया है. हालांकि, हेल्थ डिपार्टमेंट का कहना है कि अभी तक इस बात का कोई साइंटिफिक सबूत नहीं मिला है कि गाय के दूध से गाय में रेबीज फैलता है. दहशत में वैक्सीन लगवाने की होड़ मच गई.
लोकल दुआ ग्राम पंचायत के उप प्रधान गोविंदा समाई ने बताया, पाशांग गांव में ऋषिकेश मैती के घर में गाय थी. उसके दूध से प्रसाद बनाकर कई लोगों को खिलाया जाता था. बाद में पता चला कि गाय को कुत्ते ने काट लिया था. उसके बाद गाय मर गई. घटना की खबर मिलते ही गांव वाले घबरा गए. सब लोग वैक्सीन लगवाने के लिए उमड़ पड़े. समाई ने कहा, मैंने हेल्थ डिपार्टमेंट से बात की है. जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं. सब ठीक हैं.
डिस्ट्रिक्ट चीफ मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ सौम्यशंकर सारंगी ने फोन पर बताया, "गांव वाले घबरा गए थे और शनिवार से ही डेबरा हॉस्पिटल में जमा हो गए थे. उन्हें मनाना मुमकिन नहीं था. इसलिए लोकल पाशांग हेल्थ सेंटर में वैक्सीनेशन का इंतजाम किया गया."(शेख सहजन अली का इनपुट)
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