Dairy Cleaning Tips: बाढ़-बरसात के बाद पशुओं को संक्रमण से बचाने के लिए एनिमल शेड में ऐसे रखें सफाई

Dairy Cleaning Tips: बाढ़-बरसात के बाद पशुओं को संक्रमण से बचाने के लिए एनिमल शेड में ऐसे रखें सफाई

Dairy and Animal Shed Cleaning Tips डेयरी और एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि डेयरी फार्म और पशु शेड में रोजाना कचरे को साफ करने की आदत पशुओं को बीमारियों से दूर रखती है. साथ ही दूध और दूध से बने प्रोडक्ट भी दूषि‍त नहीं होते हैं. इसके लिए एक्सपर्ट के साथ ही भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने भी  कुछ मानक बनाए हैं. 

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Dairy Cleaning Tips: बाढ़-बरसात के बाद पशुओं को संक्रमण से बचाने के लिए एनिमल शेड में ऐसे रखें सफाईडेयरी फार्मिंग के लिए 42 लाख तक की सब्सिडी पाएं

Dairy and Animal Shed Cleaning Tips एक्सपर्ट के मुताबिक वैसे तो डेयरी फार्म और एनिमल शेड में रोजाना मानकों के मुताबिक साफ-सफाई होनी चाहिए. भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने भी साफ-सफाई को लेकर गाइड लाइन जारी की है. और अभी देश में बाढ़-बरसात के जो हालात हैं उसमे भी फार्म और शेड की सफाई बहुत जरूरी हो जाती है. क्योंकि बरसात और बाढ़ के बाद संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है. हर छोटी-बड़ी बीमारी पशुओं को चपेट में ले लेती है. इसलिए मौजूदा हालात में फार्म और शेड की साफ-सफाई रखना बहुत जरूरी है. इसके चलते दूध भी दूषि‍त नहीं होता है. अब तो बायो सिक्योरिटी के इस्तेमाल से शेड और फार्म की सफाई बहुत आसान हो गई है. और इससे इंसानों और पशुओं को होने वालीं छोट-बड़ी बीमारियां दूर रहती हैं.

एनिमल शेड-डेयरी फार्म साफ रखने को क्या करें 

  • डेयरी फार्म में सफाई के लिए हौज पाइप का इस्तेमाल करें. 
  • हौज पाइप की मदद से गोबर और दूसरे कचरे को एक साथ पानी से बहा देना चाहिए. 
  • ठोस वेस्ट को फावड़ों से इकट्ठा करके ठेला गाड़ी में उठाकर पशुशाला से ले जाएं. 
  • बड़ी पशुशालाओं में इसके लिए बैलगाड़ी या ट्रैक्टर ट्रॉली इस्तेमाल की जा सकता है.
  • तरल खाद और पशुशाला की धोवन को नाली द्वारा खुले और बंद इलाकों के जंक्शन तक ले जाना चाहिए. वहां इसका निपटारा करना चाहिए.
  • नाली को “यू” आकार का बनवाना चाहिए, उसकी गहराई 6-8 सेमी, चौड़ाई 30-40 सेमी तक होनी चाहिए.
  • डेयरी फार्म और पशुपालन शेड की नालियों में उपयुक्त ढलान रखा जाना चाहिए.
  • बड़े पशु शेड में सभी नालियों को एक में जोड़कर रखना चाहिए.
  • पशुशाला के बाहर हर शेड से निकलने वाली तरल खाद को नालियों खासकर बंद या सतही नाली को मुख्य फार्म वाली नाली से जोड़ देना चाहिए.
  • नाली इस तरल खाद को एक इंस्पेक्शन कक्ष और सैटिंग चेम्बर के जरिए तरल खाद स्टोरेज टैंक में ले जाती है.
  • पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो तो प्रेशर द्वारा फर्श को धोकर तरल और ठोस खाद को एक खुली जगह में ले जाना चाहिए.
  • पशुशाला में पर्याप्त चौड़ाई वाली नालियों के नेटवर्क का निर्माण एक अनिवार्य जरूरत है.
  • इस मिश्रित धोवन पानी को चारा घास के खेतों में सीधे ले जाया जा सकता है या इसे बॉयोगैस संयंत्रों में स्लरी के तौर पर उपयोग किया जा सकता है.
  • ठोस खाद को अलग से इकट्ठा कर खाद के गड्ढे में अच्छे तरीके से स्टोर किया जाना चाहिए. 
  • इस तरह से खाद सही तरह डीकंपोज हो जाएगी और किसी मक्खियों का संक्रमण भी नहीं होगा.

निष्कर्ष- 

डेयरी फार्म में रोजाना की सफाई का बहुत महत्व है. सफाई रहने से जहां पशुओं को बीमारी का खतरा नहीं रहता है, वहीं सफाई रखने से FSSAI के नियम भी पूरे हो जाते हैं. FSSAI के जुर्माने का डर भी नहीं रहता है. साथ ही डेयरी फार्म साफ रहने से दूध भी दूषि‍त नहीं होता है. 

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