Increase Egg Production पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों से ज्यादा से ज्यादा अंडे कैसे मिलें. मुर्गी जितने ज्यादा अंडे देगी तो उतनी ही मुर्गी पालन की लागत कम होगी और मुनाफा बढ़ेगा. आपको बता दें कि कोई भी मुर्गी रोजाना अंडा नहीं देती है. छह से आठ रुपये की कीमत वाले जिस सफेद अंडे को हम खाते हैं उसे देने वाली मुर्गी एक साल में 290 से 320 अंडे तक देती है. इसलिए हर एक पोल्ट्री फार्मर की ये कोशिश होती है कि उसकी मुर्गियां ज्यादा से ज्यादा अंडे दें.
इसके लिए दवाई से लेकर फीड, पानी और देखभाल संबंधी उपाय अपनाए जाते हैं. पोल्ट्री एक्सपर्ट भी अंडों का उत्पादन बढ़ाने के लिए टिप्स देते रहते हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि पोल्ट्री फार्म में होने वाली हर छोटी-बड़ी गतिविधि सीधे तौर पर अंडा उत्पादन से संबंध रखती है.
पोल्ट्री एक्सपर्ट के मुताबिक मुर्गियों के रोजाना के फीड में प्रोटीन, कैल्शियम और जरूरी पोषक तत्वों के शामिल होने से ये संतुलित आहार बन जाता है. ये फीड मिलने के बाद मुर्गियों को लगातार अंडे देने में मदद मिलती है.
मुर्गियों को अपने अंडे देने के चक्र को विनियमित करने के लिए जरूरत के हिसाब से रोशनी चाहिए होती है. हर रोज कम से कम 16 घंटे लाइट की जरूरत मुर्गियों को होती है.
शोर, भीड़भाड़ और बेवजह की गतिविधियां कम करने से मुर्गियां सहज रहती हैं. तनाव नियमित रूप से अंडे देने की क्षमता को प्रभावित करता है.
ताजा और साफ पानी स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है. ऐसी मुर्गियां कम अंडे देती हैं जिनके शरीर में पानी की कमी होती है.
तापमान और वेंटिलेशन को कंट्रोल करें, वेंटिलेशन सही हो तो उसे अच्छा फार्म माना जाता है. ज्यादा तापमान अंडे देने के रेट को कम कर सकता है.
नियमित स्वास्थ्य जांच जरूर कराएं. ऐसा करने से बीमारियों का जल्द पता चल जाता है.
ज्यादा अंडे देने वाली नस्लों का चयन करें. क्योंकि हर नस्ल की मुर्गी अपनी क्षमता के मुताबिक अंडे देने देती है.
उच्च गुणवत्ता वाला फीड चुनने से मुर्गियों को ज्यादा पोषण मिलता है.
पोल्ट्री फार्म में बिना वजह बाहरी लोगों का आना-जाना कम कर दें. क्योंकि बाहरी लागों को देखकर मुर्गियां तनाव में आती हैं और उत्पादन कम हो जाता है.
आटोमैटिक फीडिंग सिस्टम से जहां पर्यावरण नियंत्रण में रहता है वहीं इसके चलते मुर्गियों को तय मात्रा के अनुसार फीड मिलता रहता है.
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