Camel Milk: जरूर पढ़‍िएगा ऊंटनी के दूध के स्वाद से जुड़ी ये 8 खास बातें 

Camel Milk: जरूर पढ़‍िएगा ऊंटनी के दूध के स्वाद से जुड़ी ये 8 खास बातें 

Camel Milk Taste ऊंटनी के दूध से कौन-कौनसे पदार्थ और कैसे बनाए जा सकते हैं इसकी भी ट्रेनिंग बीकानेर में दी जाती है. साथ ही पदार्थ बनाने की टेक्नोलॉजी भी मामूली फीस के साथ दी जाती है. लेकिन ऊंटनी के दूध को लेकर कई तरह की अफवाहें भी हैं. ये अफवाहें कितनी सच और झूठ हैं इस खबर में इसी पर बात होगी. 

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Camel Milk: जरूर पढ़‍िएगा ऊंटनी के दूध के स्वाद से जुड़ी ये 8 खास बातें 3500 रुपये लीटर दूध

Camel Milk Taste ऊंटनी के दूध के स्वाद से जुड़ी कई ऐसी बातें होती हैं जिनका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है. जिसके चलते दूध को वो रफ्तार नहीं मिल पा रही है जो बहुत पहले मिल जानी चाहिए थी. अभी जो डिमांड है भी तो वो खासतौर से डायबिटीज, टीबी और ऑटिज्म जैसी बीमारियों में होती है. बीमार लोगों की जरूरत को देखते हुए ही पाली, राजस्थान से ऊंटनी का दूध लेकर स्पेशल ट्रेन देश के अलग-अलग इलाकों में है. लेकिन रोजाना की दिनचार्य में पीने की बात की जाए तो अच्छा स्वाद होता है और आराम से पिया जा सकता है. यही वजह है कि ऊंटनी के दूध से पनीर, आइसक्रीम, चॉकलेट और दूसरी खाने की चीजें बनाई जा रही हैं. अच्छी बात ये है कि बाजार में इनकी डिमांड भी है. 

प्रश्न- क्या ऊंटनी का दूध नमकीन होता है?

उत्तर- हाँ, दूध थोड़ा नमकीन होता है. लेकिन इसका स्वाद ऐसा है कि इसे बड़े ही आराम से पिया जा सकता है. दूध में नमकीन स्वाद रेगिस्तान में ऊंट द्वारा खाए जाने वाले पौधों से आ जाता है. 

प्रश्न- क्या ऊंटनी का दूध पीने से दस्त हो जाते हैं?

उत्तर- ऊंटनी का दूध पीने से दस्त नहीं होते हैं, लेकिन यह कुछ हद तक प्रभाव डालता है और मल त्याग में मदद करता है.

प्रश्न- क्या ऊंटनी का दूध अन्य दूध की तुलना में गाढ़ा होता है?

उत्तर- ऊंट का दूध गाय, भैंस, भेड़, बकरी, याक आदि के दूध की तुलना में पतला और कम चिपचिपा होता है, लेकिन जब दूध को हिलाया जाता है, तो यह झागदार हो जाता है और गाढ़ा दिखाई देता है.

प्रश्न- क्या ऊंटनी के दूध से दही बनाया जा सकता, नहीं तो क्यों?

उत्तर- ऊंटनी के दूध से दही बनाने के दौरान ऊंटनी के दूध में फॉर्मेंटेशन होता है. इसके चलते अन्य दूध की तुलना में इस बनने में ज्यादा वक्त लगता है. अन्य दूध से मिलने वाले दही की बनावट ऊंटनी के दूध में नहीं आती है. इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं. जैसे कि ऊंटनी के दूध में के-कैसिइन की बहुत कम मात्रा, प्रोटीन अणुओं के साथ वसा का घनिष्ठ बंधन और नमक की उच्च मात्रा हो सकती है.

प्रश्न- क्या ऊंटनी के दूध में फैट की मात्रा ज्यादा होती है?

उत्तर- ऊंटनी के दूध में फैट की फीसद 1.5 से 3.5 के बीच होता है, जो मवेशियों और भैंसों के दूध से कम है.

प्रश्न- क्या ऊंटनी के दूध में अन्य दूध की तुलना में इंसुलिन की मात्रा ज्यादा होती है?

उत्तर- ऊंटनी के दूध में इंसुलिन की मात्रा ज्यादा होती है (करीब 40 µIU/ml).

प्रश्न- क्या मनुष्यों में कुछ बीमारियों को ठीक करने के लिए बिना पाश्चुरीकृत ऊंटनी का दूध पीना जरूरी है?

उत्तर- जैसा कि हम जानते हैं कि प्रोसेसिंग की वजह से हर एक फूड आइटम अपने कुछ पोषक तत्व खो देता है और प्रोटीन समेत अन्य तत्वों का भी विकृतीकरण हो जाता है. इसलिए इसके कार्यात्मक मूल्य में कमी आ सकती है. क्योंकि दूध उत्पादन, हैंडलिंग और परिवहन के दौरान विभिन्न रोगाणुओं का कैरियर होता है, इसलिए हम कभी भी बिना पाश्चुरीकृत दूध के सेवन का सुझाव नहीं देते हैं. 

प्रश्न- क्या ऊंटनी के दूध से प्रोडक्ट बनाए जा सकते हैं या नहीं?

उत्तर- ऊंट रिसर्च सेंटर द्वारा विभिन्न डेयरी प्रोडक्ट तैयार किए जा रहे हैं जैसे- चाय, कॉफी, फ्लेवर्ड मिल्क, फॉर्मेंट दूध, पाश्चुरीकृत दूध, कुल्फी, पनीर, मावा, गुलाब जामुन, बर्फी, रसगुल्ला, पेड़ा और दूध पाउडर आदि.

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