Poultry: अंडे और चिकन के लिए पोल्ट्री फार्म खोलने जा रहे हैं तो जान लें ये 15 बड़ी बात
पोल्ट्री एक्सपर्ट के मुताबिक मुर्गियां बहुत ही सेंसेटिव बर्ड होती हैं. इसलिए इनके खानपान से लेकर रखरखाव और देखभाल में बहुत ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत होगी. इसी के चलते ये भी जरूरी हो जाता है कि हमारे शहर और मार्केट के हिसाब से अंडे या चिकन, किसके लिए पोल्ट्री फार्म खोला जाना चाहिए.
पोल्ट्री सेक्टर में अंडे-चिकन का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो ये सेक्टर सात से आठ फीसद की दर से बढ़ रहा है. विदेशों में भारतीय अंडों की तो घरेलू बाजार में चिकन की डिमांड बढ़ रही है. बीते साल ही 14 हजार करोड़ अंडों का उत्पादन हुआ है. वहीं देश के एक करोड़ टन मीट उत्पादन में 52 फीसद की हिस्सेदारी अकेले चिकन की है. देश को हर रोज 22 से 25 करोड़ अंडों की जरूरत होती है. अंडों का सबसे ज्यादा उत्पादन तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में होता है.
यही वजह है कि देश में हर रोज पोल्ट्री फार्म के साथ ही नई-नई कंपनियां भी खुल रही हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि हमारे देश में खासतौर पर अंडे और चिकन के लिए पोल्ट्री फार्म खोला जाता है. लेकिन नया पोल्ट्री फार्म खोलने से पहले अंडे और चिकन, दोनों ही कारोबार के बारे में कुछ खास बातें जान लेना बहुत जरूरी है.