Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की पुलिस ने वन्यजीवों की तस्करी करने वाले गिरोह के 2 सदस्यों को सोमवार को गिरफ्तार किया है. तस्करों के पास से दुर्लभ प्रजाति का एक रेड सैंड बोआ सांप (Red Sand Boa Snake) और इंडियन कोबरा सांप बरामद किया गया है. इस दुर्लभ प्रजाति के दोमुंहे सांप की अंतरराष्ट्रीय कीमत एक करोड़ रुपए बताई जा रही है.
वन विभाग से मिली जानकरी के अनुसार सांप का आकार चार फुट पांच इंच है. ये सांप भारत में लगभग लुप्तप्राय हो चुका है. दरअसल, वन विभाग की टीम ने मुखबिर की सूचना पर वन्यजीवों की तस्करी करने वाले गिरोह की सरगर्मी से तलाश कर रही थी. इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली की दो तस्कर डोमिनगढ़ के पास सांप बेचने की बात कर रहे है. इसी सूचना पर वन विभाग और पुलिस की टीम ने छापेमारी करके 2 तस्करों को तिवारीपुर इलाके के सूरजकुंड से धर दबोचा, बाकी गिरोह के सदस्य मौके से फरार होने में कामयाब हो गए.
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तस्करों की पहचान शिवानाथ पुत्र एलएमनाथ और शिवनाथ पुत्र जगदीशनाथ थाना -शिवली, जिला कानपुर के रूप में हुई. बताया जा रहा है कि तस्कर रेड सैंड बोआ नामक दुर्लभ प्रजाति के दोमुंहे सांप को तस्करी के लिए ले जा रहे थे. पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने बताया कि वह जंगल से इन सांपों को पकड़ते हैं, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में बिक्री होती है. तस्करों के मुताबिक इस दुर्लभ प्रजाति के सांप के ग्राहकों की तलाश की जाती है. बाद में यह सांप ग्राहकों को बेच दिया जाता हैं. पकड़े गए वन्यजीव तस्करों के विरुद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और गिरफ्तार तस्करों को जेल भेजा जा रहा है.
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जानकारों के मुताबिक यह सांप की बेहद दुर्लभ प्रजाति है. हालांकि सांप की प्रजाति का नाम 'रेड सैंड बोआ' है, लेकिन इसके और भी कई नाम हैं. जिस तरह इस सांप को बंगाल में लाल बालीबोड़ा कहा जाता है, उसी तरह इस सांप का भी ब्लैक मार्केट की दुनिया में एक अलग ही नाम है- 'डबल इंजन' क्योंकि सांप आगे-पीछे समान रूप से चल सकता है.
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