Goat Farming: बाड़े में बकरे-बकरी रखने का अपनाया ये प्लान तो दूध में नहीं आएगी अजीब सी महक 

Goat Farming: बाड़े में बकरे-बकरी रखने का अपनाया ये प्लान तो दूध में नहीं आएगी अजीब सी महक 

खासतौर से बरसात के दौरान डेंगू-मलेरिया फैलने के बाद बकरी के दूध की खासी डिमांड होती है. अगर बकरी पालक अपने बाड़े में थोड़ी सी सावधानी बरतेंगे तो दूध में अजीब सी महक नहीं आएगी और अच्छे दाम पर बकरी का दूध बेच सकेंगे.

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Goat Farming: बाड़े में बकरे-बकरी रखने का अपनाया ये प्लान तो दूध में नहीं आएगी अजीब सी महक बच्चे को दूध पिलाती बकरी. फोटो क्रेडिट-किसान तक

बकरी के दूध का एक गिलास सिर्फ दूधभर ही नहीं है. बकरी के दूध में तमाम बीमारियों का इलाज है. बकरी का दूध एक-दो या चार-पांच नहीं दर्जनों गुणों से भरपूर है. आयुर्वेद से लेकर एलोपैथी तक में बकरी के दूध को दवाई माना गया है. लेकिन बकरी के दूध में आने वाली अजीब सी महक के चलते कुछ लोग जल्दी ही उसे पीने के लिए तैयार नहीं होते हैं. जब तक की बीमारी जैसी कोई मजबूरी न हो. लेकिन एनीमल एक्सपर्ट का कहना है कि अगर बकरी पालन के दौरान जरा सी सावधानी बरती जाए तो बकरी के दूध में अजीब सी महक नहीं आएगी. 

केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मथुरा के डायरेक्टर मनीष कुमार चेटली का कहना है कि खासतौर से बच्चों में बकरी का दूध इतना फायदेमंद है कि यूरोप में बच्चों के लिए बनने वालीं 95 फीसद दवाइयों में बकरी का दूध इस्तेमाल किया जाता है. इसकी एक सबसे बड़ी वजह यह भी है कि बकरी के दूध में वीटा क्रेजिन होता है. जबकि गाय के दूध में अल्फा क्रेजिन पाया जाता है. इसलिए बकरी का दूध पीने से बच्चों  को किसी भी तरह की एलर्जी नहीं होती है. 

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बाड़े में बकरे से दूर रखें दूध देने वाली बकरी 

एनीमल एक्स‍पर्ट और पशुओं के डॉक्टर जितेन्द्र सिंह ने किसान तक को बताया कि बकरी पालन के दौरान सबसे पहले तो हर तरह के बकरे-बकरी को अलग-अलग रखना चाहिए. जैसे हेल्दी  बकरे-बकरी अलग, बीमार, दूध देने वालीं, छोटे बच्चे अलग रखे जाएं. इतना ही नहीं दूध देने वाली बकरियों के शेड में कभी भी बकरों को साथ नहीं रखना चाहिए. खासतौर से वो बकरे जिनसे आप ब्रीडर का काम ले रहे हैं.

क्योंकि बकरों के अंदर से कुछ खास तरह के केमिकल निकलते हैं. ज्यादातर इन्हीं के चलते ही दूध में महक आती है. दूसरा ये कि जहां पर दूध देने वाली बकरियां रखी जा रही हैं वहां साफ-सफाई का खास ख्याल रखा जाए. बकरी से दूध लेने के लिए किसी भी तरह की दवाईयों का इस्ते‍मल नहीं किया जाए. हालांकि दवाई इस्तेमाल करने के मामले कम ही सामने आते हैं. 

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ये हैं वो बीमारी जिनमे फायदा करता है बकरी का दूध 

केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मथुरा के डायरेक्टर मनीष कुमार चेटली ने किसान तक को बताया कि बकरी के दूध में बहुत सारे गुण ऐसे हैं जो दवाई का काम करते हैं. जैसे डेंगू में बकरी का दूध कितना असरदार है यह तो सभी जानते हैं. लेकिन इसके साथ ही कैंसर और हार्ट के मरीजों को भी बकरी का दूध फायदा पहुंचाता है. लेक्टोज की मात्रा कम होने के चलते डायबिटीज के मरीजों को भी फायदा पहुंचाता है. साथ ही पेट की कई बीमारियों में फायदा करता है. आंत की बीमारी कोलाइटिस में भी बहुत ही फायदेमंद है.  

  

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